मैं भगवान से बात करता था. भगवान से बात करते-करते, उन्हें
कोसते-कोसते मैं खुद को रोते-रोते सुला देता
था. ये मेरी जिंदगी का सबसे मुश्किल वक्त था.
उन्होंने कहा 12वीं में भी मुझमें कोई इंप्रूवमेंट
नहीं आई, मैं जहां था वहीं रहा. मेरे पिताजी के सामने एक टीचर
ने कहा था कि जिस तरह से तुम्हारी तैयारी चल
रही है IIT में तुम्हारी रैंक 20,000 हजार के
पार आएगी. ये
वो पल था जैब मेरे पैरों के नीचे से जमीन
खिसक गई थी.