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एजुकेशन

बचपन में पुलिसवालों ने मन में छोड़ी ऐसी छाप, इंजीनियर से बने IPS

बचपन में पुलिसवालों ने मन में छोड़ी ऐसी छाप, इंजीनियर से बने IPS
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IPS  ऑफिसर गौश आलम के माता-पिता दोनों ही भारतीय सेना में रहे हैं. लेकिन बेटा बचपन से पुलिस अफसर बनने का सपना देखता था. पढ़ाई के दौरान वो सपना कहीं खो गया था. इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करके नौकरी की. फिर अपना सपना याद आया तो लाखों की इंजीनियर की नौकरी छोड़कर इस स्ट्रेटजी से तैयारी करके आईपीएस अफसर बन गए. जानें- हैदराबाद के गौश आलम की कहानी.

फोटो: गौश आलम केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ
Image Credit: aajtak.in/ Special Permission
बचपन में पुलिसवालों ने मन में छोड़ी ऐसी छाप, इंजीनियर से बने IPS
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तेलंगाना कैडर के 2017 बैच के आईपीएस अफसर गौश आलम हैदराबाद में ग्रेहाउंड्स स्पेशल टीम में एएसपी पद पर हैं. aajtak.in से बातचीत में बताया कि वो मूल रूप से गया बिहार के रहने वाले हैं. उनका परिवार दिल्ली में सेटल है. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा केंद्रीय विद्यालय पीतमपुरा दिल्ली से पूरी की.

फोटो: गौश आलम
Image Credit: aajtak.in/ Special Permission
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12वीं की शिक्षा पूरी करके उन्होंने आईआईटी बॉम्बे (मुंबई) से 2014 में मेकेनिकल इंजीनियरिंग से बीटेक की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद Bosch ltd बेंगलुरु में जॉब करने लगे. वो कहते हैं कि नौकरी के दौरान ही मुझे महसूस हुआ कि देश के लिए कुछ करने के लिए मुझे वापस अपने सपने की तरफ लौटना होगा, और वो नौकरी छोड़कर दिल्ली आ गए और तैयारी करने लगे.

फोटो: गौश आलम
Image Credit: aajtak.in/ Special Permission
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पहले ही अटेंप्ट में हुआ सेलेक्शन
बैंगलोर की एक कंपनी के रिसर्च एंड डेवलेपमेंट विभाग में असिस्टेंट मैनेजर के पद से इस्तीफा देकर गौश तैयारी में जुट गए. गौश बताते हैं कि उन्होंने पहली ही बार में UPSC 2016 क्लीयर कर लिया, जिसमें उन्हें आईपीएस रैंक मिली. इसके बाद उन्होंने नेशनल पुलिस एकेडमी से दो साल की ट्रेनिंग पूरी की.

फोटो: गौश आलम केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ
Image Credit: aajtak.in/ Special Permission
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कैसे की तैयारी

गौश का कहना है कि सिविल सर्विसेज की तैयारी किसी मैराथन रेस की तैयारी जैसा है, जिसमें आपको खुद को प्रेरित करना होता है. जब मैं तैयारी के दौरान थोड़ा सा भी हतोत्साहित होता था तो अपने आपको भीतर से तैयार करता था. इसके लिए मैं अपनी हॉबी साइ‍कलिंग और फुटबॉल का भी सहारा लेता था. इसके अलावा अपने दोस्तों से भी बात करके तनाव कम कर लेता था.

फोटो: गौश आलम केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ
Image Credit: aajtak.in/ Special Permission
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आर्मी में थे माता-पिता, इसलिए बनना चाहते थे पुलिस अफसर

गौश बताते हैं कि उनके पिता इंडियन आर्मी में थे और मां अभी इंडियन आर्मी में क्लर्क की पोस्ट पर हैं. उनके चार बड़े भाई हैं. गौश कहते हैं कि वो स्कूल के दिनों से ही पुलिस अफसर बनना चाहते थे. वे कहते हैं कि मेरे स्कूल और कॉलेज के दिनों में पुलिस के मामले में कुछ और अच्छे-खराब अनुभवों के चलते मैं इसी में अपना करियर बनाने के लिए प्रेरित हुआ. इसके अलावा मैं किसी ऐसे क्षेत्र में भविष्य बनाना चाहता था, जिसमें समाज की सेवा कर सकूं.

फोटो: गौश आलम
Image Credit: aajtak.in/ Special Permission
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ये थी स्ट्रेटजी
गौश कहते हैं कि तैयारी के दौरान कभी जब मन ऊबता था तो वो एक-दो दिन पढ़ाई छोड़कर खुद को तैयार करते थे. अगर स्ट्रेटजी की बात करूं तो मैं हमेशा उन विषयों या टॉपिक्स पर ज्यादा फोकस करता था जिसमें मैं कमजोर हूं या उन टॉपिक्स पर जिनमें ज्यादा नंबर मिलते हैं.
मैंने सबसे ज्यादा अपने ऑ‍प्शनल विषयों में फोकस किया. ये कॉलेज के समय से मेरी स्ट्रेटजी रही है. इससे मुझे नंबर भी ज्यादा मिले हैं.

फोटो: गौश आलम
Image Credit: aajtak.in/ Special Permission
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केवल एक सोर्स से की पढ़ाई
गौश कहते हैं कि अगर आप यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं तो मेरा मानना है कि तमाम सोर्स से पढ़ाई नहीं करनी चाहिए. मैंने भी सिर्फ एक सोर्स से तैयारी की.

फोटो: गौश आलम
Image Credit: aajtak.in/ Special Permission
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ऐसे करें इंटरव्यू की तैयारी

इंटरव्यू की तैयारी के बारे में गौश कहते हैं कि इंटरव्यू में आपसे कोई भी सवाल पूछा जा सकता है, इसके लिए तैयार रहें. लेकिन इसमें आपका डीएएफ (डिटेल्ड इंफार्मेशन फॉर्म) बहुत मददगार होता है. इसलिए आपने जो भी फॉर्म में भरा है उसका रिवीजन करते रहें.

(प्रतीकात्मक फोटो)
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उन प्रश्नों के बारे में सोचना शुरू करें जो आपके DAF को देखने पर साक्षात्कार लेने वाले के मन में आ सकते हैं. ऐसे सवालों के बारे में सोचने में आप अपने दोस्तों, माता-पिता, शिक्षकों की मदद लें. इसके अलावा डेली न्यूजपेपर जरूर पढ़ें. अगली महत्वपूर्ण बात है मॉक इंटरव्यू. आत्मविश्वास हासिल करने के लिए कम से कम 4-5 मॉक इंटरव्यू जरूरी हैं. ये आपकी गलतियों को समझने में आपकी मदद करता है. मैंने इस प्रक्रिया का पालन करके अपने साक्षात्कार में अच्छा स्कोर किया. मुझसे पूछे गए लगभग 90% प्रश्न मेरे पिछले कार्य अनुभव, तकनीकी पृष्ठभूमि और सेवा वरीयता पर केंद्रित थे.

(प्रतीकात्मक फोटो)

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