
दिल्ली का प्रतिष्ठित वसंत वैली स्कूल देश का नंबर वन स्कूल बन गया है. को-एजुकेशनल डे स्कूल 2023-24 की कैटेगरी में स्कूल को इस अवॉर्ड से नवाजा गया है. वसंत वैली स्कूल ने 1990 से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए अपनी एक अलग पहचान बनाई है. स्कूल को हाई क्वॉलिटी एजुकेशन के लिए जाना जाता है जो भारतीय मूल्यों में निहित वैश्विक नागरिकों के विकास की ओर अग्रसर है.
इस अवसर पर वसंत वैली स्कूल की प्रिंसिपल रेखा कृष्णन ने कहा, 'मुझे लगता है कि जो चीज हमें बाकी स्कूलों से अलग करती है, वह स्कूल का माहौल है जो हम छात्रों को देते हैं. हम एक परिवार की तरह हैं.'

वार्षिक ईडब्ल्यू इंडिया स्कूल रैंकिंग (EWISR) की तरफ से वसंत वैली स्कूल को ये अवॉर्ड दिया गया है. EWISR देश के सबसे बेस्ट स्कूलों को सम्मानित करती है.
दरअसल, EWISR 2023-24, देशभर के 433 शहरों और टाउन में 3,000 से ज्यादा को-एजुकेशन डे प्राइमरी-सेकेंडरी स्कूलों को राज्यों और शहरों में नेशनल लेवल पर रैंकिंग देती है.
वसंत वैली (सीनियर स्कूल) की प्रमुख शर्मिला बख्शी ने कहा कि हमारे स्टूडेंट्स अपने दिल की बात सुनने के लिए आजाद हैं और मुझे लगता है कि इसी तरह वे दुनिया में बदलाव लाते हैं.

उन्होंने आगे बताया कि स्कूल ने उत्कृष्टता के 14 पैरामीटर्स में से पांच में रैंक-1 हासिल की. जैसे- शिक्षकों की क्षमता, शैक्षणिक प्रतिष्ठा, पाठ्यक्रम और शिक्षाशास्त्र (हाइब्रिड तत्परता सहित), नेतृत्व, मानसिक और भावनात्मक कल्याण सेवाएं और पैसे का मूल्य.
वसंत वैली (जूनियर स्कूल) की प्रमुख मोना दत्ता ने कहा कि हम ये अवॉर्ड पाकर बहुत खुश हैं. यह हम सभी के लिए प्रेरणादायक है.
1990 के बाद से वसंत वैली स्कूल ने लगातार भारत के सर्वश्रेष्ठ स्कूलों में से एक के रूप में प्रतिष्ठा बनाए रखी है. इसमें समाज के सभी वर्गों का अत्यधिक विविध और समावेशी प्रतिनिधित्व है, और यह अपने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग और विशेष शैक्षिक आवश्यकताओं वाले छात्रों की जरूरतों के लिए इनवेस्ट करता है.
वसंत वैली अकादमिक प्रतिष्ठा से परे, आउटस्टेंडिंग कॉलेज प्लेसमेंट के लिए भी जाना जाता है. यह सबसे अच्छे शिक्षकों की भर्ती और अपने सभी बच्चों की सामाजिक-भावनात्मक भलाई सुनिश्चित करने को उच्च प्राथमिकता देता है. ये स्कूल बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए उनके पेरेंट्स और टीचर्स के साथ मिलकर बच्चों की प्रतिभा को पहचान सकें और उसे नए उपलब्धियों तक ले जा सकें.