यूपीएससी सिविल सर्विसेज 2022 परीक्षा में इशिता किशोर (रोल नंबर 5809986) ने पूरे देश में पहला स्थान हासिल किया था. इशिता की ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है और अब वे जौनपुर जिले में अंडर ट्रेनिंग एसडीएम रैंक पर ज्वॉइन करने वाली हैं. वे जनपद प्रशिक्षण के लिए ज्वॉइन करने जा रही हैं. हाल में उनकी मुलाकात उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव डी.एस मिश्रा से हुई है.
जौनपुर से शुरू करेंगी सरकारी नौकरी कै सफर
डी.एस मिश्रा ने इशिता किशोर के साथ मुलाकात की कुछ तस्वीरें शेयर की हैं. फोटो शेयर करते हुए डी.एस मिश्रा ने लिखा कि सिविल सेवा परीक्षा में 2023 बैच की टॉपर व भारतीय प्रशासनिक सेवा के उत्तर प्रदेश संवर्ग की अधिकारी इशिता किशोर से आज मेरे कार्यालय कक्ष में मुलाकात हुई. नवयुवा अधिकारी में सीख कर लोक सेवा में अपना श्रेष्ठ देने की जिजीविषा एक शुभ संकेत है. इशिता जौनपुर में जनपद प्रशिक्षण के लिए ज्वॉइन करने जा रही हैं. विकसित भारत के संकल्प को साकार करने में लोक सेवा के लिए अपना श्रेष्ठतम प्रदर्शन देने के संबंध में मेरी इनसे विस्तार से बातें हुईं. इशिता की को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं.
2022 में बनीं थी UPSC टॉपर
बता दें कि इशिता ने वैकल्पिक विषय के रूप में राजनीति विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय संबंध के साथ परीक्षा पास की है. उन्होंने श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स, दिल्ली विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र (ऑनर्स) में ग्रेजुएशन किया है. UPSC CSE 2022 परीक्षा में ऑल इंडिया टॉपर रहीं इशिता किशोर हमेशा से टॉपर रही हैं. एअर फोर्स बाल भारती स्कूल और श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स दिल्ली से पढ़ीं इशिता ने बचपन में ही ठान लिया था कि वो आईएएस अफसर बनेंगी.
तीसरे प्रयास में पाई सफलता
इशिता किशोर के पिता एअरफोर्स में अफसर हैं और पूरा परिवार ग्रेटर नोएडा में रहता है. इशिता ने साल 2014 में बाल भारती से 12वीं की पढ़ाई पूरी की इसके बाद 2017 में श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से इकोनॉमिक्स ऑनर्स से ग्रेजुएशन पूरा किया. UPSC परीक्षा में ये उनका तीसरा अटेंप्ट था. इशिता ने रिजल्ट आने पर आजतक से बातचीत में कहा था कि मैंने अपने पिता को हमेशा देश सेवा में तत्पर देखा है. इसलिए बचपन में ही मुझे पिता को देखकर ख्याल आ गया था कि मैं भी बड़ी होकर देश हित में ही कोई ऐसा जॉब करूंगी जिससे पापा की तरह वतन की सेवा कर सकूं.