scorecardresearch
 

UPSC Topper: पिता के सपने को किया साकार, सीओ की बेटी स्मृति ने हासिल की चौथी रैंक

बरेली में तैनात डीएसपी की बेटी ने देश में चौथी रैंक हासिल कर शहर का नाम रोशन किया है. जैसे ही दोपहर में यूपीएससी का रिजल्ट आया तो बेटी स्मृति मिश्रा ने फोन करके बताया कि पापा रिजल्ट आ गया है और मैं आईएएस बन गई हूं... देश में चौथा स्थान हासिल किया है. यह सुनते ही डीएसपी राज कुमार मिश्रा खुशी से झूम उठे.

Advertisement
X
स्मृति मिश्रा
स्मृति मिश्रा

संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) का परिणाम आज घोषित हो गया है. इसमें बेटियों ने बाजी मारी है. बरेली में तैनात डीएसपी की बेटी ने देश में चौथी रैंक हासिल कर शहर का नाम रोशन किया है. बरेली में सीओ द्वितीय के पद पर तैनात डीएसपी राज कुमार मिश्रा की बेटी स्मृति मिश्रा की बेटी ने यूपीएससी टॉप कर लिया है.

स्मृति मिश्रा इन दिनों दिल्ली में हैं और क़ानून की पढ़ाई कर रही है. डीएसपी राज कुमार मिश्रा ने बताया कि जैसे ही दोपहर में यूपीएससी का रिजल्ट आया तो बेटी स्मृति मिश्रा ने फोन करके बताया कि पापा रिजल्ट आ गया है और मैं आईएएस बन गई हूं... देश में चौथा स्थान हासिल किया है. यह सुनते ही डीएसपी राज कुमार मिश्रा खुशी से झूम उठे.

स्मृति मिश्रा

बेटी की सफलता पर परिवार में खुशी का माहौल है. वहीं फोन पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. बरेली में तैनात सीओ राजकुमार मिश्रा मूल रूप से प्रयागराज की कॉलोनी भारद्वाज पुरम के रहने वाले हैं और बरेली में सीओ द्वितीय के पद पर तैनात हैं. उनकी बेटी स्मृति मिश्रा शुरू से ही मेधावी छात्रा हैं.

UPSC में चौथी रैंक हासिल करने के बाद स्मृति मिश्रा का तीसरा प्रयास था और पहली बार इंटरव्यू राउंड तक पहुंची थीं. स्मृति मिश्रा की ही तरह UPSC में पहली रैंक लाने वाली इश‍िता किशोर ने भी तीसरे प्रयास में सफलता हासिल की. इशिता के पिता एअरफोर्स में अफसर हैं और पूरा परिवार ग्रेटर नोएडा में रहता है. 

Advertisement

इश‍िता ने साल 2014 में बाल भारती से 12वीं की पढ़ाई पूरी की इसके बाद 2017 में श्रीराम कॉलेज ऑफ कामर्स से इकोनॉमिक्स ऑनर्स से ग्रेजुएशन पूरा किया. इश‍िता ने बताया कि मैंने अपने पिता को हमेशा देश सेवा में तत्पर देखा है. इसलिए बचपन में ही मुझे पिता को देखकर ख्याल आ गया था कि मैं भी बड़ी होकर देश हित में ही कोई ऐसा जॉब करूंगी.

इश‍िता ने बताया कि उन्होंने यूपीएससी के लिए घर से ही पढ़ाई की. उनके ऑप्शनल सब्जेक्ट पॉलिट‍िकल साइंस और इंटरनेशनल रिलेशन थे. तीसरा अटेंप्ट था तो क्या ऐसा महसूस हो रहा था कि इस बार आपका चांस है? इश‍िता ने कहा कि इंटरव्यू के वक्त उम्मीद सभी एस्प‍िरेंट्स रखते हैं. काफी मेहनत की थी तो मुझे ये तो यकीन था कि इस बार निकाल दूंगी. 

 

Advertisement
Advertisement