विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने हाल ही में फैसला किया है कि चार्टर्ड अकाउंटेंट, कंपनी सेक्रेटरी या कॉस्ट एंड वर्क्स अकाउंटेंट की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले उम्मीदवारों को अब स्नातकोत्तर डिग्री धारकों के समकक्ष माना जाएगा.
यूजीसी द्वारा यह निर्णय ICAI के अनुरोध पर किया गया है, जो CA, CS और ICWA के लिए परीक्षा आयोजित करता है. यूजीसी के अनुसार, इस कदम से छात्रों को आसानी के साथ उच्च शिक्षा हासिल करने में मदद मिलेगी.
यूजीसी द्वारा जारी आधिकारिक आदेश के अनुसार यूजीसी को भारत के चार्टर्ड एकाउंटेंट्स संस्थान (आईसीएआई), इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (आईसीएसआई) और इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया से योग्यता प्राप्त करने के लिए अनुरोध प्राप्त हुए थे.
आदेश में आगे कहा गया है कि इस पर विचार करने के लिए, यूजीसी द्वारा एक समिति का गठन किया गया था. आयोग ने विशेषज्ञ समिति की सिफारिश पर विचार किया और संकल्प लिया कि सीए, सीएस और आईसीडब्ल्यूए योग्यता को पीजी डिग्री के बराबर माना जाएगा.
उच्च शिक्षा को आगे बढ़ाने में सीए होगा मददगार
यूजीसी के फैसले के बाद, ICAI ने निर्णय का स्वागत करते हुए ये ट्वीट किया
संस्थान ने आगे कहा कि इससे न केवल सीए को उच्च अध्ययन करने में मदद मिलेगी, बल्कि विश्व स्तर पर भारतीय भारतीयों की गतिशीलता में भी मदद मिलेगी. आईसीएआई द्वारा यह कदम कई सीए के अनुरोध पर लिया गया था जिसमें कहा गया था कि वे अपनी योग्यता के साथ उच्च शिक्षा के लिए आवेदन करने में कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं.
ICSI ने एक विज्ञप्ति में कहा, “यह मान्यता दुनिया भर में कंपनी सचिव के पेशे में काम कर रहे लोगों को लाभ पहुंचाएगी, जिससे संस्थान के सदस्यों को पीएचडी करने का मौका मिलेगा.
आईसीएआई के सीसीएम धीरज खंडेलवाल ने ट्वीट कर कहा कि यूजीसी ने सीए (CA), सीएस (CS) और आईसीडब्ल्यूए (ICWA) क्वालिफिकेशंस को पीजी डिग्री की मान्यता दी है. यह हमारे पेशे के लिए बड़ी उपलब्धि है.
आईसीएआई एक वैधानिक संस्था है जिसे एक्ट ऑफ पार्लियामेंट - द चार्टर्ड अकाउंटेंट्स एक्ट 1949 के तहत स्थापित किया गया था. वर्तमान में इस संस्था के साथ 3 लाख से ज्यादा सदस्य जुड़े हुए हैं। कोई स्टूडेंट 12वीं पास करने के बाद आईसीएआई एंट्रेंस एग्जाम के जरिए सीए फाउंडेशन कोर्स में एडमिशन ले सकता है.