तेलंगाना राज्य सरकार ने देश में एक बार में 8 मेडिकल कॉलेज खोलकर चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में एक नया अध्याय शुरू किया. तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने 8 मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं शुरू करके चिकित्सा शिक्षा में गुणात्मक परिवर्तन की शुरुआत की.
सीएम केसीआर ने उद्घाटन समारोह के दौरान मेडिकल छात्रों और स्टाफ को बधाई दी. मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य मंत्री हरीश राव और वरिष्ठ अधिकारियों को उनके अथक प्रयासों के लिए बधाई दी.
सीएम केसीआर ने अपने भाषण में कहा कि यह तेलंगाना राज्य के इतिहास का एक सुनहरा अध्याय है. एक समय में तेलंगाना को पीने के पानी, सिंचाई के पानी, बिजली, मेडिकल सीट और इंजीनियरिंग सीट के लिए बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ा था. आज, तेलंगाना के लिए राज्य का दर्जा हासिल किया गया और बड़े आत्म सम्मान के साथ कई अभिनव कार्यक्रमों को अपनाया गया और देश में एक रोल मॉडल के रूप में खड़ा हुआ.
मुख्यमंत्री ने कहा कि 17 महाविद्यालयों का निर्माण कार्य अपने हाथ में लेकर इनका उद्घाटन कराएंगे. प्रत्येक जिले में एक मेडिकल कॉलेज की गारंटी देने के बाद राज्य सरकार को उम्मीद है कि सरकारी मेडिकल कॉलेजों की कुल संख्या 33 हो जाएगी. इन कॉलेजों की स्थापना केंद्र सरकार से कोई वित्तीय सहायता प्राप्त किए बिना की गई थी. जिसने पिछले आठ वर्षों से राज्य में किसी भी सरकारी मेडिकल कॉलेज को अधिकृत नहीं किया था. वहीं राज्य सरकार ने आसपास के जिला अस्पतालों में भी सुधार किया और उन्हें नए मेडिकल कॉलेजों से जोड़ा.
एक न्यूज एजेंसी के अनुसार संगारेड्डी, महबूबाबाद, मंचेरियल, जगतियाल, वानापर्थी, कोठागुडेम, नागरकुरनूल और रामागुंडम में आठ नए सरकारी मेडिकल कॉलेज ने एक ही समय में अपने एमबीबीएस कार्यक्रम शुरू किए. इसके लॉन्च इवेंट में आठ जिलों के जिला कलेक्टरों, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और मेडिकल छात्रों ने भाग लिया. ये नए मेडिकल कॉलेज जिनकी लागत 4,080 करोड़ रुपये है, तेलंगाना में एमबीबीएस सीटों की संख्या में कुल मिलाकर 1,150 की वृद्धि करेंगे. हाल ही में इन कॉलेज में दाखिले हुए हैं. गौरतलब है कि साल 2014 तक तेलंगाना में केवल तीन सरकारी मेडिकल कॉलेज थे.