जयपुर के नीरजा मोदी स्कूल में चौथी कक्षा की छात्रा अमायरा की मौत के मामले में CBSE ने बड़ा कदम उठाया है. घटना के करीब दो महीने बाद, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने स्कूल की सीनियर सेकेंडरी (12वीं तक) की मान्यता तुरंत रद्द कर दी है. CBSE की जांच में यह सामने आया कि स्कूल में बच्चों की सुरक्षा से जुड़े नियमों का गंभीर उल्लंघन हुआ है. नीरजा मोदी स्कूल जयपुर का एक जाना-माना और महंगा स्कूल है, लेकिन जांच में कई बड़ी लापरवाहियां सामने आईं.
सुरक्षा नियमों का उल्लंघन
CBSE की रिपोर्ट के अनुसार, स्कूल की ऊपरी मंजिलों पर सुरक्षा जाली या गार्ड नहीं लगे थे, जिससे बच्चों की जान को खतरा था. इसके अलावा भी कई नियमों का पालन नहीं किया गया. CBSE ने 20 नवंबर को स्कूल को नोटिस भेजा था और जवाब मांगा था, लेकिन जांच में खामियां सही पाई गईं. इसी वजह से बोर्ड ने मान्यता रद्द करने का फैसला लिया.
जांच में क्या सामने आया?
सीबीएसई की रिपोर्ट के अनुसार स्कूल की ऊपरी मंजिलों पर सुरक्षा जाली या गार्ड नहीं लगे थे, जिससे बच्चों की जान को खतरा था। इसके अलावा कई और नियम भी नहीं माने जा रहे थे. इससे पहले 20 नवंबर को बोर्ड ने स्कूल को नोटिस दिया था, लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर यह कार्रवाई की गई.
छात्रों पर क्या असर पड़ेगा?
दो शिक्षकों को किया गया बर्खास्त
बताया जा रहा है कि 1 नवंबर को अमायरा की स्कूल की चौथी मंजिल से गिरने के बाद मौत हो गई थी. इस मामले में स्कूल प्रशासन ने क्लास टीचर और मैथ्स टीचर को नौकरी से निकाल दिया था. जांच में यह भी सामने आया कि घटना के बाद सबूत मिटाने की कोशिश की गई और सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे.
सीबीएसई ने साफ कहा है कि अगर स्कूल सभी सुरक्षा और बाल संरक्षण नियमों का पूरी तरह पालन करता है, तो वह 2027-28 से दोबारा मान्यता के लिए आवेदन कर सकता है.
क्या था मामला
1 नवंबर को छात्रा अमायरा की स्कूल की चौथी मंजिल से गिरने के बाद मौत हो गई थी. इस मामले में स्कूल प्रशासन ने बाद में दो शिक्षिकाओं को नौकरी से निकाल दिया. इसके अलावा, जांच में यह भी सामने आया कि घटना के बाद वहां से सबूत मिटाने की कोशिश की गई और किसी भी मंजिल पर सही सुरक्षा इंतजाम नहीं थे.