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UKSSSC पेपर लीक में टिहरी की प्रोफेसर सुमन चौहान गिरफ्तार, CBI कर रही जांच

UKSSSC स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा (25 सितंबर) के पेपर लीक मामले में CBI ने टिहरी गढ़वाल के सरकारी कॉलेज की सहायक प्रोफेसर सुमन चौहान को गिरफ्तार किया है. जांच में पता चला कि आरोपी निजी व्यक्ति खालिद की बहन ने परीक्षा के दौरान प्रश्नपत्र हासिल कर उसे खालिद को भेजा और खालिद ने यह पेपर सुमन चौहान को फॉरवर्ड किया.

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देहरादून पुलिस द्वारा पहले गिरफ्तार किए गए इन लोगों की CBI जांच में प्रोफेसर की भूमिका स्पष्ट होने पर उन्हें हिरासत में लिया गया. (Photo: Pexels)
देहरादून पुलिस द्वारा पहले गिरफ्तार किए गए इन लोगों की CBI जांच में प्रोफेसर की भूमिका स्पष्ट होने पर उन्हें हिरासत में लिया गया. (Photo: Pexels)

UKSSSC स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा (25 सितंबर) के पेपर लीक मामले में CBI ने शुक्रवार को टिहरी गढ़वाल के एक सरकारी कॉलेज की सहायक प्रोफेसर सुमन चौहान को गिरफ्तार किया है. इन पर उत्तराखंड प्रतियोगी परीक्षाएं (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम, 2023 और संबंधित BNS धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज है.केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने उत्तराखंड स्नातक स्तरीय परीक्षा पेपर लीक मामले में दो अन्य आरोपी निजी व्यक्तियों (भाई और बहन) के साथ साजिश का हिस्सा होने के आरोप में शहीद श्रीमती हंसा धनई राजकीय महाविद्यालय, अगरोरा (धार मंडल), टिहरी गढ़वाल के एक सहायक प्रोफेसर को गिरफ्तार किया है.

हिरासत में लिए गए सहायक प्रोफेसर 
CBI अधिकारियों के अनुसार पूछताछ के दौरान संतोषजनक जवाब न मिलने पर सहायक प्रोफेसर को हिरासत में लिया गया. उन्हें शनिवार को स्थानीय CBI कोर्ट में पेश किया जाएगा. जांच में सामने आया कि परीक्षा के दौरान खालिद की बहन ने प्रश्न पत्र की पहुंच हासिल कर उसे खालिद को भेजा, जिसने आगे यह पेपर सुमन चौहान को फॉरवर्ड किया. आरोप है कि चौहान ने परीक्षा चल रही होने के दौरान ही प्रश्न हल करके जवाब वापस भेजे. इन चारों को पहले देहरादून पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन बेरोजगार युवाओं के विरोध के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सिफारिश पर मामले की जांच CBI को सौंप दी गई.

सीबीआई कर रही मामले की जांच 
गौरतलब है कि उत्तराखंड सरकार द्वारा स्थानांतरित किए जाने पर सीबीआई ने मामले को अपने हाथ में ले लिया था. सीबीआई ने आरोपी निजी व्यक्ति और उसकी बहन को पुलिस हिरासत में लेकर विस्तृत जांच की थी.पुलिस हिरासत में आरोपी और उसकी बहन से गहन पूछताछ और मोबाइल फोन और अन्य साक्ष्यों के मूल्यांकन के बाद, सहायक प्रोफेसर की भूमिका सामने आई है.

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तदनुसार, सहायक प्रोफेसर को आज यानी 28 नवंबर को गिरफ्तार कर लिया गया है और आरोपी को मेडिकल परीक्षण के बाद नामित अदालत में पेश किया जाएगा. अब तक की गई जांच से पता चला है कि सहायक प्रोफेसर ने परीक्षा के दौरान अपनी बहन के माध्यम से प्राप्त प्रश्न पत्र के एक हिस्से को हल करने में आरोपी निजी व्यक्ति की सहायता की थी और परीक्षा में उपस्थित आरोपी निजी व्यक्ति को हल भेजा था. दिन-प्रतिदिन जांच जारी है

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