Big Negligence in NEET exam: रविवार को देशभर के विभिन्न सेंटर पर NEET UG Exam का आयोजन किया गया. यह परीक्षा मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए ली जाती है. लेकिन, रविवार को हुए इस परीक्षा में बड़ी लापरवाही सामने आयी है. दिल्ली के जहांगीरपुरी गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी गर्ल्स कॉलेज में नीट की परीक्षा देने गई, एक छात्रा अनुष्ठा राय ने Aaajtak से बातचीत में बताया कि छात्रों से कॉलेज में मौजूद शिक्षकों ने कहा कि मशीन खराब हो गई है, पहले परीक्षा दो. परीक्षा के बाद बायोमेट्रिक ले लिया जाएगा.
लेकिन, परीक्षा के बाद भी वहां मौजूद छात्रों का बायोमेट्रिक नहीं लिया गया और शिक्षकों का कहना था कि बायोमेट्रिक की कोई जरूरत नहीं है. कई छात्रों ने केंद्र प्रभारी से बात करने की कोशिश भी की, लेकिन केंद्र प्रभारी का कहना था कि अगर बायोमेट्रिक नहीं भी हो पायी तो इसमें कोई परेशानी नहीं है. आपका अटेंडेंस मार्क होगा, परेशान होने की जरूरत नहीं है. सिर्फ एडमिट कार्ड देखकर ही छात्रों को परीक्षा सेंटर में जाने की अनुमति दे दी गई.
'बिना बायोमेट्रिक के भी मानी जाएगी उपस्थिति'
नीट की छात्रा अनुष्ठा राय ने बताया कि परीक्षा खत्म होने के बाद भी छात्रों का बायोमेट्रिक न होने पर परेशान छात्रों ने प्रबंधन से जवाब मांगा कि अगर बायोमेट्रिक नहीं हो पाया तो अटेंडेंस कैसे काउंट होगा. इस पर मौजूद टीचर का कहना था कि बिना बायोमेट्रिक के भी आपकी उपस्थिति मानी जाएगी. लेकिन, NTA के नियम के अनुसार, NEET UG से पहले बायोमेट्रिक अनिवार्य है. अगर किसी छात्र का बायोमेट्रिक मैच नहीं होता है तो उसे परीक्षा में बैठने की परमिशन नहीं दी जाएगी. इसका साथ ही परीक्षा में किसी तरह की नकल का प्रयास करने वाले छात्रों का रिजल्ट भी रोका जा सकता है. ऐसे में छात्र इस बात से परेशान हैं कि अगर उनका बायोमेट्रिक नहीं हो पाया है तो अटेंडेंस कैसे काउंट होगा.
छात्रों को साल बर्बाद होने का डर
जहांगीरपुरी गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी गर्ल्स कॉलेज में नीट की परीक्षा दे ने गई अनुष्ठा का कहना है कि अब मुझे इस बात का डर है कि कहीं अटेंडेंस मार्क नहीं हुआ तो पूरा एक साल बर्बाद हो जाएगा. छात्रा ने बताया कि नीट का पेपर 2 बजे से होना था लेकिन छात्रों की एंट्री 1:30 तक थी. 1:30 पर एंट्री के समय ये कहा गया कि मशीन खराब है. अभी आप जाकर परीक्षा दें, परीक्षा के बाद या पेपर के बीच में ही आपका बायोमेट्रिक ले लिया जाएगा. परीक्षा के बीच में भी कई बच्चों ने टीचर ने कहा कि हम लोगों का बायोमेट्रिक ले लिया जाए, नहीं तो हमारे पेपर देने का कोई मतलब नहीं रह जाएगा. लेकिन इसके बाद भी किसी स्टूडेंट का भी बायोमेट्रिक नहीं लिया गया. परीक्षा खत्म होने के बाद छात्रों से कहा गया कि बिना बायोमेट्रिक के आपने कैसे परीक्षा दी. ये आपकी जवाबदेही है न कि सेंटर की. इसके साथ ही टीचर ने छात्रों पर आरोप लगाते हुए कहा कि क्या आप लोग को मालूम नहीं है कि बिना बायोमेट्रिक के परीक्षा देना मान्य नहीं है.
पेरेंट्स के हंगामे के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं.
टीचर के इस बात पर कुछ छात्र और पेरेंट्स ने काफी हंगामा भी मचाया, लेकिन बायोमेट्रिक नहीं लिया गया. इसके साथ ही नीट परीक्षा देने वाले छात्रों के एडमिट कार्ड पर एक होलोग्राम चिपकाया जाता है, इसका भी पता नहीं लग पाया कि होलोग्राम चिपकाया गया या नहीं? वहां मौजूद छात्रों को यह पता तक पाया कि परीक्षा देने गए स्टूडेंट्स को उपस्थित माना जाएगा या नहीं. पेरेंट्स के हंगामा करने और नाराज होने पर ये कह दिया गया कि आपका एडमिट कार्ड चला गया है कोई परेशानी नहीं है.जब छात्रों ने कहा कि हमें लिखित में दे दीजिए कि अगर कोई भी गलती होगी तो आपकी जिम्मेदारी होगी, लेकिन किसी ने कुछ भी लिख कर नहीं दिया.