पूरी दुनिया आज कोरोना महामारी को हराने के लिए अपने-अपने लेवल से प्रयास कर रही है. अमेरिका के सामने भी ये बड़ी चुनौती है. अब इस महामारी पर काबू पाना बाइडन के प्रशासन की भी प्राथमिकता होगी. कोरोना के खिलाफ यूएस की इस कोशिश में भारतीय मूल के कुछ डॉक्टर अग्रिम कतार में हैं. इनका नेतृत्व डॉक्टर विवेक मूर्ति कर रहे हैं. आइए जानते हैं भारतीय मूल के इस डॉक्टर के बारे में.
डॉ विवेक मूर्ति राष्ट्रपति के कोविड-19 टास्क फ़ोर्स के सह-अध्यक्ष घोषित किए गए हैं. साथ ही अमेरिका के सर्जन जनरल भी हैं. इस पद पर वो 2014 से 2017 तक पहले भी काम कर चुके हैं.
डॉ विवेक का जन्म साल 1977 में ब्रिटेन के यॉर्कशायर के हडर्सफ़ील्ड शहर में हुआ था. वो तीन साल की उम्र में अपने माता-पिता के साथ मियामी आ गए थे. उनके माता-पिता भी डॉक्टर थे. ये दोनों ही मूल रूप से भारत के दक्षिण प्रांत कर्नाटक से थे.
डॉ मूर्ति की कोविड-19 टास्क फ़ोर्स में सह-अध्यक्ष डॉ डेविड केसलर और डॉ मार्सेला नुनेज-स्मिथ भी शामिल हैं. इन तीनों को डॉक्टरों की एक टीम सहयोग देगी जिसमें भारतीय मूल के एक और डॉक्टर अतुल गावंडे का नाम खास तौर पर लिया जाता है.
डॉ अतुल एक सर्जन और प्रोफ़ेसर होने के साथ साथ 1998 से न्यूयॉर्कर पत्रिका के लिए एक कॉलम भी लिखते आ रहे हैं. अतुल गावंडे के माता-पिता भी डॉक्टर हैं और मूल रूस से महाराष्ट्र के रहने वाले हैं. उनकी मेडिकल की पढ़ाई हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में हुई.
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति की कैबिनेट में भारतीय मूल के करीब 20 लोग शामिल हैं. जिनमें उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का नाम भी है. आज 20 जनवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ ही महत्वपूर्ण पदों की शपथ भी ग्रहण कराई जाएगी.