Who is Rituraj Awasthi?: चार साल के इंतजार के बाद, केंद्र सरकार ने 7 नवंबर 2022, को भारत के विधि आयोग (लॉ कमीशन) का गठन किया और कर्नाटक उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश ऋतुराज अवस्थी को इसका अध्यक्ष नियुक्त किया. सरकार ने केरल उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश के टी शंकरन, प्रो. आनंद पालीवाल, प्रो. डी.पी. वर्मा, प्रो. (डॉ.) राका आर्य और एम. करुणानिधि को आयोग के सदस्य के रूप में नियुक्त किया.
कौन हैं ऋतुराज अवस्थी?
03 जुलाई 1960 को जन्मे मुख्य न्यायाधीश अवस्थी ने 1986 में लखनऊ यूनिवर्सिटी से लॉ में ग्रेजुएशन किया. इसके बाद, उन्होंने 01 फरवरी, 1987 को एक वकील के रूप में रजिस्ट्रेशन किया. इलाहाबाद उच्च न्यायालय के लखनऊ खंडपीठ में सिविल, सेवा और शैक्षिक मुकदमेबाजी में उनके अभ्यास के बाद, उन्हें न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत होने से पहले भारत का असिस्टेंट सॉलिसिटर जनरल नियुक्त किया गया था.
2009 में उन्हें इलाहाबाद हाईकोर्ट के एडमिशनल जज के रूप में प्रमोट किया गया और 24 दिसंबर, 2010 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में उन्होंने शपथ ली. न्हें 11 अक्टूबर, 2021 से कर्नाटक उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था.
हिजाब मामले पर दिया था फैसला
2018 में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस बीएस चौहान के रिटायरमेंट के बाद से लॉ पैनल खाली पड़ा है. न्यायमूर्ति अवस्थी इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश थे और इस साल जुलाई में कर्नाटक उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में रिटायर हुए हैं. उन्होंने उच्च न्यायालय की उस पीठ का नेतृत्व किया था, जिसने कर्नाटक के सरकारी कॉलेजों में मुस्लिम लड़कियों द्वारा हिजाब पहनने पर प्रतिबंध को बरकरार रखा था.