जब भी किसी धार्मिक स्थल पर जाते हैं तो वहां कई लोग असली कस्तूरी बेचने का दावा करते दिख जाते हैं. कहा जाता है कि कस्तूरी में काफी खुशबू होती है. कस्तूरी के कई धार्मिक महत्व भी हैं और इसे कई बीमारियों में भी फायदेमंद माना जाता है. सवाल है कि आखिर ये आती कहां से है, कौन सी असली होती है. ऐसे में जानते हैं इन सवालों के जवाब और साथ ही बताते हैं कि ये कितने रुपये में बिक रही है और कौन से हिरण से कस्तूरी निकलती है?
क्या होती है कस्तूरी?
कस्तूरी, हिरण में पाई जाने वाली एक थैली जैसी चीज होती है. ये हिरण की नाभि के आस-पास होती है. कहा जाता है कि इससे इतनी खुशबू आती है कि हिरण खुद इससे परेशान रहता है और उसे लेकर जंगल में घूमता रहता है, लेकिन उसे पता नहीं होता है कि ये खुशबू उसके नाभि से आ रही है.
अगर साइंस के हिसाब से देखें तो कुछ नर हिरण में मस्क ग्लैंड नाम का एक ऑर्गन होता है, जो एक लिक्विड प्रोड्यूस करता है. ये लिक्विड ही एक जगह जमा हो जाता है, जिसे कस्तूरी कहा जाता है. ये नाभि से जननांगों के बीच होती है और एक छेद के जरिए बाहर निकलती है.
पहले ये एक चिपचिपे लिक्विड के रूप में बाहर आता है और फिर धीरे-धीरे एक ठोस के रुप में तब्दील हो जाती है. इसमें मैक्रोसाइक्लिक कीटोन्स, पाइरीडीन, स्टेरॉयड, फैटी एसिड, अमीनो एसिड, पेप्टाइड्स और प्रोटीन होते हैं और इसका मुख्य तत्व मस्कोन माना जाता है.
किस हिरण में होती है?
ये हिमायलन मस्क डियर में पाई जाती है, जिसका वैज्ञानिक नाम 'मास्कस क्राइसोगौ' है. ये सिर्फ नर हिरण में होती है और हिरण जितना जवान होता है, उतनी ही कस्तूरी ज्यादा होती है. ऐसे हिरण एशिया में भी पाए जाते हैं. इन हिरण के दूसरे हिरणों की तरह सींग भी नहीं होते हैं. ऐसे ही दुनिया में कई और जानवर भी हैं, जिनकी कुछ ग्रंथियों से काफी ज्यादा खुशबू होती है.
क्यों है इसकी डिमांड?
कस्तूरी में इतनी ज्यादा खुशबू होती है कि इसका इस्तेमाल इत्र, सेंट आदि बनाने में होता है. साथ ही चिकित्सा की कई पद्धतियों में इसका दवाई के रुप में भी इस्तेमाल किया जाता है. ऐसा माना जाता है कि इसमें सूजनरोधी, ट्यूमररोधी और न्यूरोप्रोटेक्टिव गुण होते हैं. साथ ही धर्म के हिसाब से भी इसका खास महत्व है. इसकी ज्यादा डिमांड होने से इन हिरणों की तस्करी भी की जाती है. इसकी खुशबू इतनी ज्यादा होती है कि इसके थोड़े से ऑयल से ही काफी परफ्यूम बनाया जा सकता है.
कितने रुपये में बिकती है?
वैसे तो कस्तूरी की कीमत हिरण की नस्ल पर आधारित होती है. वहीं, बाजार में इनसे बनने वाले प्रोडक्ट भी काफी महंगे दाम में मिलते हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, इसका पाउडर 30 हजार रुपये किलो तक बाजार में बिकता है और इसका तेल भी 10 हजार रुपये के हिसाब से बिकता है.