scorecardresearch
 

Jawaharlal Nehru Jayanti: बाल दिवस पर शेयर करें जवाहरलाल नेहरू के ये अनमोल विचार

Jawaharlal Nehru Jayanti: भारतीय उपनिवेश विरोधी राष्ट्रवादी, धर्मनिरपेक्ष मानवतावादी, सामाजिक लोकतंत्रवादी और लेखक जवाहरलाल नेहरू की आज, 14 नवंबर 2022 को 133वीं जयंती है. हर साल बाल दिवस के रूप में उनकी जयंती को सेलिब्रेट किया जाता है. आइए पढ़ते हैं जवाहर लाल नेहरू के वो अनमोल विचार जो आज भी जीने की राह दिखाते हैं.

Advertisement
X
भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू
भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू

Jawaharlal Nehru Quotes: भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) का जन्म 14 नवंबर, 1889 को उत्तर प्रदेश राज्य के इलाहाबाद में हुआ था. इतिहासकारों की मानें तो जवाहरलाल नेहरू को बच्चों से काफी प्रेम था, इसलिए उनकी जयंती पर हर साल बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है. वे एक भारतीय उपनिवेश विरोधी राष्ट्रवादी, धर्मनिरपेक्ष मानवतावादी, सामाजिक लोकतंत्रवादी और लेखक थे. चाचा नेहरू की 133वीं जयंती (Jawaharlal Nehru Jayanti) पर पढ़ते हैं उनके वे अनमोल विचार जो आज भी प्रेरणा देते हैं.

  • आज के बच्चे कल का भारत बनाएंगे. जिस तरह से हम उन्हें बनाएंगे वह देश के भविष्य को निर्धारित करेगा.
  • समय, वर्षों के बीतने से नहीं मापा जाता बल्कि किसी ने क्या किया, क्या महसूस किया और क्या हासिल किया इससे मापा जाता है.
  • एक पूंजीवादी समाज में ताकतें, अगर अनियंत्रित छोड़ दी जाती हैं, तो अमीर अमीर और गरीब और गरीब हो जाते हैं.
  • नाकामयाबी तभी होती है जब हम अपने आदर्शों, उद्देश्यों और सिद्धांतों को भूल जाते हैं.
  • जीवन ताश के पत्तों के खेल की तरह है. आपके हाथ में जो है वह नियति है, जिस तरह से आप इसे खेलते हैं वह स्वतंत्र इच्छा है.
  • शांति के बिना सभी सपने गायब हो जाते हैं और राख में मिल जाते हैं.
  • सफलता अकसर उन लोगों के पास आती है जो काम करने की हिम्मत करते हैं. यह शायद ही उन लोगों को मिलती है जो परिणामों से डरता हैं.
  • एक पल आता है, जो इतिहास में बहुत कम आता है, जब हम पुराने से नए की ओर कदम बढ़ाते हैं, जब एक युग समाप्त होता है, और जब एक राष्ट्र की आत्मा, लंबे समय से दबी हुई, उच्चारण पाती है.
  • एक नेता या कर्मठ व्यक्ति संकट के समय लगभग हमेशा ही अवचेतन रूप में काम करता है और फिर अपने किए गए कामों के लिए तर्क सोचता है.
  • बच्चे बगीचे में कलियों की तरह हैं और उनका ध्यान से और प्यार से लालन पालन किया जाना चाहिए, क्योंकि वे देश के भविष्य और कल के नागरिक हैं.

 

Advertisement
Advertisement