पहलगाम में हुए आतंकी हमले का करारा जवाब देते हुए भारतीय सेना ने देर रात पड़ोसी देश के आतंकी ठिकानों को चकना चूर कर दिया है. यह बदला सिर्फ पहलगाम नहीं, बल्कि उन सभी हमलों का है जब-जब आंतकियों ने भारतीयों को चोट पहुंचाई है. भारतीय सेना ने प्रेस कांफ्रेंस में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर यह जानकारी शेयर की है. सेना ने बताया 25 मिनट चले इस ऑपरेशन में सेना ने भारत में पिछले दो दशक से हुए आतंकी हमलों में शामिल आतंकवादियों के ठिकानों को ध्वस्त कर दिया है. इससे पहले भी भारत सर्जिकल स्ट्राइक, बालाकोट स्ट्राइक और अब ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को चोट दे चुका है.
पहले सर्जिकल स्ट्राइक फिर बालाकोट और अब ऑपरेशन सिंदूर
उरी और पुलवामा अटैक के बाद भारत ने जवाबी हमला करते हुए पाकिस्तानी आतंकियों को मार गिराया था. 14 फरवरी 2019 को पाकिस्तान में मौजूद जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने पुलवामा में CRPF के काफिले पर आत्मघाती हमला किया था, जिसमें 40 जवान शहीद हुए थे. उस हमले के 12 दिन बाद 26 फरवरी 2019 बालाकोट एयरस्ट्राइक हुई थी.
उरी हमले के ठीक 10 दिन बाद भारत ने पाक को सबक सिखाने की योजना बनाई और 150 कमांडोज की मदद से सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया. ये पहला मौका था जब आतंकियों के खिलाफ दुश्मन की सीमा में घुसकर सेना ने ऑपरेशन को अंजाम दिया. भारतीय सेना के जवान पूरी प्लानिंग के साथ 28-29 सितंबर की आधी रात पीओके में सीमा में 3 किलोमीटर अंदर घुसे और आतंकियों के ठिकानों को तहस-नहस कर डाला.
बालाकोट स्ट्राइक...
26 फरवरी 2019 की रात करीब तीन बजे भारतीय वायुसेना के 12 Mirage-2000 फाइटर जेट्स ने सीमा पार की. पाकिस्तान की सीमा में घुसे. बालाकोट में मौजूद जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर बम बरसाए. पूरी तरह से नष्ट कर दिया. इसके बाद यह कार्रवाई बालाकोट एयरस्ट्राइक (Balakot Airstrike) के नाम से प्रसिद्ध हो गई. हमले में 1000 किलोग्राम वजन के बम गिराए गए थे. यानी मकसद साफ था आतंकियों और उनके ठिकानों को तत्काल राख में बदल दो. बालाकोट एयरस्ट्राइक में करीब 300 आतंकियों के मारे जाने की खबर आई थी. पाकिस्तान को हमेशा की तरह भारत के इस खतरनाक एक्शन की खबर ही नहीं लगी. शहीदों का बदला ले लिया गया था.
पहले आर्मी के जवान और इस बार भारतीय टूरिस्ट पर किया था आंतकी हमला
उरी हमले में आतंकियों ने आर्मी के जवानों को निशाना बनाया और इस बार पहलगाम हमले में आंतकियों ने कश्मीर घूमने आए मासूम टूरिस्टों पर गोलियां बरसाईं.
सर्जिकल स्ट्राइक में पाकिस्तान सीमा में घुसे, फिर दो बार एयर स्ट्राइक
MI 17 हेलिकॉप्टरों के जरिए 150 कमांडोज को LoC के पास उतारा गया. यहां से 4 और 9 पैरा के 25 कमांडो पाकिस्तान की सीमा में दाखिल हुए और पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया. घोर अंधेरा और अनजान जगह होने के कारण सैनिकों पर चारों ओर से खतरा बना हुआ था. लेकिन कमांडोज आगे बढ़े और पाकिस्तानी सेना की ओर से फायरिंग की आशंका के बीच करीब 3 किलोमीटर का फासला रेंगकर तय किया. वहीं, इस बार पाकिस्तान की सीमा में बिना घुसे टार्गेट सेट करके मिसाइल दागी है.
इस बार तबाह किए गए पिछले बार से ज्यादा ठिकाने
पिछली बार सर्जिकल स्ट्राइक में पाकिस्तान के कुल MI 17 हेलिकॉप्टरों के जरिए 150 कमांडोज को LoC के पास उतारा गया. यहां से 4 और 9 पैरा के 25 कमांडो पाकिस्तान की सीमा में दाखिल हुए और पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था. सेना ने हमला करने के लिए कुल 6 कैंपों का लक्ष्य रखा था. हमले के दौरान इनमें से 3 कैंपों को पूरी तरह तबाह कर दिया गया. इस बार यानी कि ऑपरेशन सिंदूर में 9 ठिकाने को 25 मिनट में तबाह कर दिया गया है.
सर्जिकल स्ट्राइक में हुईं थी 38 मौतें, इस बार गिनती जारी
उरी हमले के बाद हुई सर्जिकल स्ट्राइक में 38 आतंकवादियों के मार गिराने की खबर थी, जिसमें पाकिस्तानी सेना के 2 जवान भी मारे गए थे. इस ऑपरेशन में हमारे 2 पैरा कमांडोज भी लैंड माइंस की चपेट में आने से घायल हुए थे. वहीं इस बार ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत द्वारा की गई एयर स्ट्राइक में 90 आतंकियों के मारे जाने की खबर है. पाकिस्तान का कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर में 26 लोगों की मौत हुई है और 46 घायल हुए हैं.