ऑफिस में काम के दौरान अगर अपने आस-पास नजर घूमाएं तो एक बात आपको जरूर महसूस होगी कि आपके ऑफिस में स्टॉफ में चाहे जितने लोग हों लेकिन ये 7 तरह के लोग जरूर होंगे. क्या पता आप भी इनमें से एक हों...
1. विश्वास करने वाले: इस तरह के लोग काम को लेकर बेहद संजीदा और डेडीकेटेड टाइप के होते हैं. अपने काम के प्रति ईमानदार होने के साथ काम को समय पर करना इनकी आदत में होता है. ऐसे लोग ऑफिस में दूसरों के आइडियल भी बनते हैं.
2. सोल्जर: ऐसे लोग मिजाज से सोल्जर स्वभाव के ही होते हैं. काम को समय पर करके देना और अपने टारगेट को किसी भी कीमत पर पूरा करने का लक्ष्य रखते हैं. सोल्जर लोग टीम प्लेयर बहुत अच्छे होते है और इनके अंदर लीडरशिप क्वॉलिटी होती है.
3 . क्रिएटिव: ऐसे लोग आमतौर पर हर काम में किसी क्रिएटिव चीज को तलाशते रहते हैं. कभी-कभी तो इनके आइडिया और क्रिएटिविटी चल पड़ती है लेकिन कई बार ये दूसरों के काम भी रोक देते हैं. इन्हें हमेशा यही लगता है कि एन आइडिया कैन चेंज द वर्ल्ड.
4. आगे बढ़ने वाले: ऐसे लोग नौकरी के दौरान हमेशा आगे बढ़ने की प्रक्रिया में लगे रहते हैं. एक ऑफिस में रहते हुए दूसरी उससे बेहतर जॉब सर्च करने में इनका काफी समय लगता है. इन वजहों से ऐसे लोगों का दूसरों से अच्छा मेलजोल होता है.
5. सहानुभूति की चाह रखने वाले: ऐसे लोग हमेशा ही ऑफिस में भोली सी सूरत बनाकर घूमते हैं. साथ ही इन्हें इस बात का पूरा भरोसा होता है कि उन्हें हर काम में सहानुभूति मिले. जब कभी ऑफिस के दौरान कोई विवाद हो जाए तो वे अपनी गलती मानने के बजाए दूसरे को ही कसूरवार मानते हैं.
6. परेशान करने वाले: ऐसे लोगों को अपने काम से ज्यादा दूसरे के काम में दखलंदाजी करने में आनंद आता है. इस तरह के लोग शायद ही किसी ऑफिस में नहीं मिले और इनसे हर ऑफिस में लोग परेशान ही होते हैं. इनकी नौकरी चलने की वजह होती है चापलूसी, जिसे ये इतने शानदार तरीके से करते हैं कि सालों तक बॉस समझ नहीं पाते हैं. सबसे बड़ी मुसीबत तो तब पैदा करते हैं जब ये किसी टीम के साथ काम करते हैं. उस दौरान खुद का काम तो देरी से करने की आदत पर अमल करते हुए ये दूसरों के काम में भी जम के अड़गें डालते हैं.
7 . काम से ज्यादा सैलरी से प्यार: सैलरी से प्यार यूं तो हर किसी को होता है लेकिन इन लोगों को सैलरी के सिवा कोई और नहीं दिखाई देता है. कई बार तो कम सैलरी मिलने पर इनके काम करने की क्षमता भी कम हो जाती है और ये अक्सर यही कहते पाये जाते हैं कि जितनी सैलरी उतना काम.