सरकारी नौकरी के नाम पर फेक खबर आए दिन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर देखी जा सकती हैं. स्कैमर्स इतने चालाक हो गए हैं, जिससे यह पता करना मुश्किल हो जाता है कि नौकरी की पेशकश असली है या नकली. ऐसी ही एक फेक जॉब अलर्ट वेबसाइट का खुलासा प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने किया है. पीआईबी ने अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से नौकरी की फेक खबर चलानी वाली वेबसाइट samagra.shikshaabhiyan.co.in का खुलासा किया है.
पीआईबी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर वेबसाइट के स्क्रीनशॉट के साथ बताया है कि यह वेबसाइट (http://samagra.shikshaabhiyan.co.in) फेक है, इसका सरकारी विभाग से कोई संबंध नहीं है. यह वेबसाइट सर्व शिक्षा अभियान की वेबसाइट होने के दावा करती है और नौकरी अवसर दे रही है, पीआई ने इसे फेक बताया है. उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि इस वेबसाइट और इस तरह की अन्य वेबसाइट से बचकर रहें.
A #Fake website 'https://t.co/vFALk36xT9' is claiming to be the official website of Sarva Shiksha Abhiyan and is offering employment opportunities#PIBFactCheck
▶️This website is not associated with GOI
▶️Official website: https://t.co/pCjN1ZGIMW
Read: https://t.co/Pi56ELk7hn pic.twitter.com/GVvsw16eVe— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) May 12, 2022
नौकरी के अवसर देने वाली फर्जी वेबसाइट्स से कैसे बचें?
गूगल का इस्तेमाल करें
Google को सूचना का आखिरी सोर्स माना जाता है. आप गूगल पर कंपनी का नाम सर्च कर सकते हैं. यह आपको सभी ताजा जानकारी देगा, और यदि गूगल इससे संबंधित कोई जानकारी नहीं देता है तो आवेदन करने की जहमत न उठाएं.
नौकरी की डिटेल्स पर ध्यान दें
अगर नौकरी की पोस्टिंग में नौकरी के डिटेल्स नहीं दी गई हैं तो यह पता लगाने की कोशिश करें कि क्या उम्मीदवारों को कमीशन दिया जाएगा या कोई वेतन मिलेगा. उम्मीदवारों को वेतनमान की जरूरी जानकारी चेक करनी चाहिए जैसे उन्हें कैसे और कब भुगतान किया जाएगा. अगर कंपनी उन्हें घंटे की दर या वेतन का आश्वासन नहीं देती है, तो उन्हें नौकरी का विचार छोड़ देना चाहिए.
कंपनी का बैकग्राउंड चेक करें
किसी भी कंपनी में नौकरी के लिए आवेदन करने से पहले या साक्षात्कार के लिए जाने से पहले, यह जरूर चेक कर लेना चाहिए कि कंपनी को बैकग्राउंड क्या है यानी इतिहास कैसा है. सबसे पहले कंपनी की वेबसाइट पर जाएं और वेबसाइट की जानकारी चेक करें. अगर वेबसाइट नहीं मिल रही तो यह फेक हो सकती है. क्योंकि हर कंपनी की अपनी वेबसाइट होती है, जिसमें संपर्क जानकारी दी जाती है.