दिल्ली विश्वविद्यालय के संबद्ध कॉलेजों में मिरांडा हाउस सबसे पुराने कॉलेजों में से एक है. लड़कियों के लिए टॉप कॉलेजों में शुमार मिरांडा हाउस में भी डीयू की प्रक्रिया के तहत कटऑफ कॉलेज द्वारा ही निर्धारित किया जाता है. इस साल कॉलेज ने तय किया है कि कट ऑफ बेस्ट ऑफ फोर के पैरामीटर्स पर ही निर्धारित होगा.
मिरांडा हाउस अपना कट ऑफ अंक 12 वीं कक्षा के छात्रों के बेस्ट ऑफ फोर के फॉर्मूले के आधार पर ही निकालेगा. कट ऑफ उम्मीदवार या उसके द्वारा चुने गए कार्यक्रम के अनुसार अलग-अलग होती है. कैसे तय होगी मिरांडा हाउस की कट ऑफ, यहां समझें.
1. प्रत्येक पाठ्यक्रम में सीटों की कुल संख्या
2. आवेदनों की कुल संख्या
3. सर्वश्रेष्ठ नंबरों वाले चार विषयों का जोड़
4. पिछले वर्षों के कटऑफ रुझान
इस साल 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं में 95 प्रति अंक से अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों की संख्या भी सीबीएसई में दोगुनी हो गई है. डीयू द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार इस साल प्राप्त अधिकांश आवेदन सीबीएसई के हैं.
कट-ऑफ के साथ मैच करने वालों स्टूडेंट को एक दस्तावेज डॉक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन प्रक्रिया से गुजरना होगा. इस साल दिल्ली यूनिवर्सिटी ने पिछले तीन सालों में सबसे अधिक 3,53,919 आवेदन प्राप्त किए थे. यह पिछले साल से 1 लाख से अधिक है. पिछले साल 2.5 लाख छात्रों ने स्नातक प्रवेश के लिए आवेदन किया था.
सेंट स्टीफंस कॉलेज में इतिहास कार्यक्रम के लिए भी कट-ऑफ 99 फीसदी है. यह भी पिछले साल की तुलना में अधिक है सबसे ज्यादा अर्थशास्त्र और अंग्रेजी ने 98.75 पर्सेंट कट ऑफ जारी की.
इसको इस तरह से समझिए कि सेंट स्टीफंस में अर्थशास्त्र में प्रवेश के लिए, छात्रों को कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा में 99.25 प्रतिशत या इससे ज्यादा नंबर होने चाहिए. बीए प्रोग्राम के लिए कॉमर्स और साइंस स्ट्रीम के छात्रों के लिए कट-ऑफ 99 प्रतिशत है.
दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) के तहत आने वाले सेंट स्टीफन कॉलेज ने यूजी कोर्सेज में प्रवेश के लिए अपना पहला कट-ऑफ जारी किया है. बीए (ऑनर्स) इकोनॉमिक्स सहित अधिकांश पाठ्यक्रमों में सेंट स्टीफंस में प्रवेश के लिए आवश्यक न्यूनतम अंक 99 प्रतिशत से ऊपर है.
जिस तरह कोरोना संकट को देखते हुए ऐसा माना जा रहा था कि इस साल डीयू के कॉलेजों की कटऑफ काफी गिर सकती है. फिलहाल ये पहली कट ऑफ है, इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि डीयू के अन्य कॉलेजों की कट ऑफ भी इसी तरह से जारी होगी. लेकिन इस साल सीटों को भरने के लिए कट ऑफ काफी नीचे जाने का अनुमान भी विशेषज्ञ लगा चुके हैं.
डीयू के सेंट स्टीफंस कॉलेज की कट ऑफ पिछले वर्ष की तुलना में 99% से अधिक है. डीयू द्वारा जारी कट-ऑफ बेस्ट फोर फार्मूले के आधार पर बनती है. कट ऑफ के साथ मैच करने वालों को एक दस्तावेज सत्यापन प्रक्रिया से गुजरना होगा.