दिल्ली को एकबार फिर दहलाने की तैयारी की गई थी. आतंकवादियों के निशाने पर भीड़भाड़ वाले इलाके थे. 2 या 3 मार्च को दिल्ली में बड़े धमाके की साजिश थी जिसे दिल्ली पुलिस ने  कामयाब नहीं होने दिया.