जामिया की हलचल अभी पूरी तरह शांत भी नहीं हुई थी कि सीलमपुर में जमकर हंगामा हो गया. नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन ने अचानक हिंसक रूप ले लिया. भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया और हालात को काबू में करने में पुलिस को कई घंटे लग गए. दो बसें तोड़ी गईं. एक पुलिस बूथ में आग लगा दी गई. कुछ दोपहिया वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया. पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और कुछ उपद्रवियों को हिरासत में भी लिया. एहतियात के तौर पर कुछ मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए गए, लेकिन इस पूरे हंगामे के बीच पूरे इलाके में दहशत का माहौल था. लोग दुकानें बंद कर अपने घर लौट गए थे.