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रूस-बेलारूस के एक लाख सैनिक ड्रिल के लिए जमा, पुतिन भी पहुंचे, क्या किसी नए देश पर हमले की प्लानिंग है?

रूस और बेलारूस के 1 लाख सैनिकों ने 'जापद 2025' सैन्य अभ्यास में हिस्सा लिया, जिसमें पुतिन ने सरप्राइज विजिट की. नाटो सीमाओं के पास हुए इस अभ्यास से पोलैंड जैसे देश सतर्क हैं, खासकर रूसी ड्रोन गिरने के बाद. रूस का कहना है कि यह रक्षात्मक है, लेकिन विशेषज्ञों को नए हमले का डर है. तनाव बढ़ा पर युद्ध की आशंका कम है.

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जापद 2025 मिलिट्री ड्रिल में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी पूरे यूनिफॉर्म में पहुंचे. (Photo: AP)
जापद 2025 मिलिट्री ड्रिल में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी पूरे यूनिफॉर्म में पहुंचे. (Photo: AP)

रूस और बेलारूस के एक लाख से ज्यादा सैनिकों ने संयुक्त सैन्य अभ्यास 'जापद 2025' (Zapad 2025) में हिस्सा लिया, जिसमें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सरप्राइज विजिट किया. यह अभ्यास बेलारूस और रूस में 12 से 16 सितंबर तक चला, जो नाटो की सीमाओं के पास हुआ.

पुतिन ने कहा कि इसमें एक लाख सैनिक शामिल थे. लेकिन यह अभ्यास नाटो देशों को चिंतित कर रहा है, खासकर पोलैंड में रूसी ड्रोन गिराए जाने के बाद. क्या यह किसी नए देश पर हमले की तैयारी है?

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जापद अभ्यास क्या है? इसका इतिहास

'जापद' का मतलब रूसी भाषा में 'पश्चिम' है. यह रूस और बेलारूस का हर चार साल में होने वाला बड़ा संयुक्त सैन्य अभ्यास है. इसका उद्देश्य दोनों देशों की 'यूनियन स्टेट' की रक्षा क्षमता का परीक्षण करना है. अभ्यास में सैनिक हमले का सामना करने, खोई हुई जमीन वापस लेने और सीमाओं की सुरक्षा का अभ्यास करते हैं.

Russia Belarus Zapad 2025

यह पहला जापद अभ्यास है जो 2022 में यूक्रेन पर रूस के पूर्ण आक्रमण के बाद हो रहा है. पिछला अभ्यास 2021 में हुआ था, जिसमें लगभग 2 लाख सैनिक शामिल थे. लेकिन 2025 का अभ्यास छोटा है- बेलारूस ने आधिकारिक तौर पर 13,000 सैनिकों (जिनमें 2,000 रूसी) का उल्लेख किया, जबकि रूस ने कुल 30,000 का आंकड़ा बताया. कुल मिलाकर, पुतिन के अनुसार 1 लाख सैनिकों ने हिस्सा लिया. अभ्यास बेलारूस के बोरिसोव ट्रेनिंग ग्राउंड और रूस के कालिनिनग्राद क्षेत्र में हुआ.

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अभ्यास में टैंक, लड़ाकू विमान, हमले वाले हेलीकॉप्टर, ड्रोन, क्रूज मिसाइलें और पनडुब्बियां शामिल रहीं. रूस ने बैरेंट्स सागर में क्रूज मिसाइल लॉन्च का अभ्यास किया. बेलारूस के रक्षा मंत्री विक्टर ख्रेनिन ने कहा कि अभ्यास 'युद्ध जैसी स्थितियों' में होगा.

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पुतिन की विजिट और अभ्यास का महत्व

पुतिन ने 15 सितंबर को बेलारूस के बोरिसोव में सरप्राइज विजिट की. उन्होंने कहा कि अभ्यास रूस-बेलारूस के सैन्य सहयोग को मजबूत करता है. लेकिन यह विजिट नाटो को चेतावनी देने जैसी लगी. अभ्यास नाटो की पूर्वी सीमाओं के पास हुआ, जैसे पोलैंड और लिथुआनिया की सीमा के करीब.

Russia Belarus Zapad 2025

रूस के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि यह किसी तीसरे देश के खिलाफ नहीं है, बल्कि सहयोगियों के बीच समन्वय का अभ्यास है. विशेषज्ञों का कहना है कि जापद अभ्यास हमेशा तनाव बढ़ाने का जरिया रहा है. 2021 के अभ्यास के कुछ महीनों बाद ही रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था. कई सैनिक बेलारूस से ही यूक्रेन में घुसे थे. 2025 में भी, यूक्रेन युद्ध के बीच यह अभ्यास रूस की ताकत दिखाने का प्रयास लगता है.

अभ्यास में क्या खास था? न्यूक्लियर ट्रेनिंग और मिसाइलें

बेलारूस ने कहा कि अभ्यास में न्यूक्लियर हथियारों के इस्तेमाल का प्रशिक्षण होगा. रूस का नया 'ओरेश्निक' मिसाइल सिस्टम का अभ्यास किया गया. यह मिसाइल 2025 के अंत तक बेलारूस को दी जाएगी, लेकिन रूसी नियंत्रण में रहेगी. बेलारूस ने OSCE (यूरोपियन सिक्योरिटी संगठन) के 56 देशों को पर्यवेक्षक बनने का न्योता दिया, जिसमें नाटो देश भी शामिल हैं. 

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अभ्यास में सैनिकों ने पश्चिमी आक्रमण का सामना करने का सिमुलेशन किया. रूस ने कहा कि यह रक्षात्मक अभ्यास है, लेकिन पश्चिमी विशेषज्ञों का मानना है कि यह आक्रामक तैयारी हो सकती है.

Russia Belarus Zapad 2025

नाटो और पड़ोसी देशों की प्रतिक्रिया: हाई अलर्ट पर क्यों?

अभ्यास से नाटो के पूर्वी सदस्य देशों में हाई अलर्ट है. पिछले हफ्ते पोलैंड में रूसी ड्रोन गिराए गए थे, जो रूसी यूक्रेन हमलों के दौरान सीमा पार कर गए. पोलैंड ने इसे 'आक्रामक' बताया. पोलिश प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने सीमा बंद करने का ऐलान किया. कहा कि यह द्वितीय विश्व युद्ध के बाद 'ओपन कॉन्फ्लिक्ट' का समय है. पोलैंड ने 40,000 सैनिक तैनात किए.

लिथुआनिया, लातविया और एस्टोनिया ने हवाई क्षेत्र प्रतिबंध लगाए. नाटो ने अतिरिक्त जेट्स भेजे. पोलैंड के इंटीरियर मंत्री मार्सिन कियर्विंस्की ने कहा कि सीमा तब खुलेगी जब खतरा न रहे. बेलारूस ने पोलैंड पर जासूसी के आरोप लगाए, जिससे तनाव बढ़ा.

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बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने अभ्यास को कम महत्व दिया और पश्चिम के साथ तनाव कम करने का संकेत दिया. उन्होंने 52 राजनीतिक कैदियों को रिहा किया, जो ट्रंप प्रशासन के साथ बातचीत का नतीजा था. विशेषज्ञ कहते हैं कि लुकाशेंको पुतिन के 'बैड कॉप' के मुकाबले 'गुड कॉप' खेल रहे हैं.

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क्या नया हमला प्लान हो रहा है? विशेषज्ञों की राय

प्रश्न यह है कि क्या यह अभ्यास किसी नए देश पर हमले की योजना है? रूस और बेलारूस कहते हैं कि यह रक्षात्मक है और किसी तीसरे देश के खिलाफ नहीं. लेकिन पश्चिमी विशेषज्ञ चिंतित हैं.

  • CEPA थिंक टैंक के अनुसार, जापद हमेशा तनाव बढ़ाने और सैन्य तैयारी छिपाने का माध्यम रहा है. 2021 के अभ्यास ने यूक्रेन आक्रमण को कवर किया था.
  • चैथम हाउस के विश्लेषकों का कहना है कि यूक्रेन युद्ध के कारण रूस की क्षमता सीमित है, इसलिए अभ्यास छोटा है. लेकिन यह पुतिन को मजबूत दिखाने और यूक्रेन शांति वार्ता में लाभ लेने का तरीका हो सकता है.
  • CNN के अनुसार, नाटो को डर है कि रूस ड्रोन और मिसाइलों से उकसावे की कोशिश कर रहा है.
  • अल जजीरा ने बताया कि अभ्यास यूक्रेन पर रूसी हमलों के बीच हो रहा है. पोलैंड जैसे देशों को लगता है कि रूस नाटो को टेस्ट कर रहा है. हालांकि, कोई ठोस सबूत नहीं है कि नया हमला प्लान हो रहा है. रूस ने कहा कि यह पूर्व-नियोजित है. लेकिन नाटो की पूर्वी फ्लैंक पर सतर्कता बरकरार है.
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