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बारूदी सुरंग खोजेगा, जासूसी करेगा... सेना के मेजर ने बनाया देसी मल्टी-यूटिलिटी रोबोट

भारतीय सेना के मेजर राजप्रसाद ने बनाया देश का पहला देसी मल्टी-यूटिलिटी रोबोट ‘सैपरस्काउट 2.0’. 6-पहिया UGV माइन ढूंढेगा. जासूसी करेगा. घायल निकालेगा. हथियार-ड्रोन रोकेगा. हर इलाके में चलेगा, पूरी तरह स्वदेशी है. पिछले 2 साल में उनकी 12वीं इनोवेशन आई है. 4 पहले ही सेना में शामिल हो चुकी है.

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ये हैं मेजर राजप्रसाद आरएस और उनका बनाया सैपरस्काउट रोबोट. (Photo: ITG)
ये हैं मेजर राजप्रसाद आरएस और उनका बनाया सैपरस्काउट रोबोट. (Photo: ITG)

भारतीय सेना के इंजीनियर्स कोर के मेजर राजप्रसाद आर.एस. ने एक बार फिर कमाल कर दिखाया है. सिर्फ 2 साल में उनकी 12वीं इनोवेशन तैयार हो गई है. उसमें से 4 पहले ही सेना में शामिल हो चुकी हैं. 

इस बार उन्होंने देश का पहला पूरी तरह स्वदेशी मल्टी-यूटिलिटी अनमैन्ड ग्राउंड व्हीकल (UGV) बनाया है – नाम रखा है - सैपरस्काउट वर्जन 2.0. यह कोई साधारण रोबोट नहीं, बल्कि एक चलता-फिरता बहादुर सैनिक है जो कई खतरनाक काम कर सकता है.

सैपरस्काउट 2.0 क्या-क्या कर सकता है?

  • भारी सामान ढोना.
  • गाड़ी से माइन बिखेरना. 
  • बारूदी सुरंग ढूंढकर बताना. 
  • घायल सैनिक को सुरक्षित निकालना. 
  • दुश्मन इलाके की जासूसी और निगरानी.  
  • हथियार, ड्रोन-रोधी सिस्टम (C-UAS) या कोई भी जरूरी उपकरण लगाने की सुविधा.

मतलब एक ही रोबोट को अलग-अलग काम के लिए तैयार किया जा सकता है. 

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खास तकनीकी फीचर्स

  • कैमरे, सेंसर और नाइट विजन भी लगे हैं.
  • 6 पहिए, हर पहिया अलग मोटर से चलता है.  
  • अपने आप रास्ते के गड्ढे, पत्थर और खतरे देख लेता है.
  • ऑटोमैटिक संतुलन बनाए रखने वाला आर्टिकुलेटेड सस्पेंशन.
  • पहाड़, कीचड़, रेत, पत्थर – हर तरह की जमीन पर चल सकता है.  

सबसे बड़ी बात – 100% मेड इन इंडिया

यह पहला UGV है जो पूरी तरह भारतीय सेना के अंदर ही डिजाइन और बनाया गया है. न कोई विदेशी पार्ट, न कोई विदेशी तकनीक. मेजर राजप्रसाद और उनकी टीम ने 7 इंजीनियर रेजिमेंट की वर्कशॉप में ही इसे तैयार किया.

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मेजर राजप्रसाद का कमाल ट्रैक रिकॉर्ड

  • पिछले 2 साल में 12 इनोवेशन.  
  • 4 पहले ही सेना में शामिल हो चुके.  
  • बॉर्डर पर तैनात सैनिकों की असली जरूरतों को समझकर बनाते हैं. 
  • हर प्रोजेक्ट सस्ता, मजबूत और फील्ड में तुरंत काम आने वाला.

सेना को कितना फायदा होगा?

  • सैनिकों की जान बचेगी – माइन ढूंढना, जासूसी, घायल निकालना जैसे खतरनाक काम रोबोट करेगा.  
  • आत्मनिर्भर भारत की मिसाल – विदेशी UGV की कीमत करोड़ों में, यह लाखों में तैयार. 

LoC और LAC पर तुरंत तैनाती संभव

सेना के बड़े अधिकारी कह रहे हैं- सैपरस्काउट 2.0 आने वाले समय का फ्यूचर सैनिक है. मेजर राजप्रसाद ने साबित कर दिया कि भारतीय दिमाग दुनिया में बेस्ट है. अब जल्द ही सैपरस्काउट 2.0 हमारे जवानों के साथ बॉर्डर पर ड्यूटी देगा.

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