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तीन घंटे तक पत्थर को पकड़कर मौत से लड़ती रही महिला

हरियाणा के फरीदाबाद जिले में एक महिला तीन घंटे तक जिंदगी और मौत की जंग लड़ती रही. मगर उसने हिम्मत नहीं हारी और आखिरकार उस महिला को खूनी झील में डूबने से बचा लिया गया. वह महिला करीब तीन घंटे तक एक पत्थर को पकड़कर मौत से लड़ती रही.

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पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद महिला को झील से निकाला
पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद महिला को झील से निकाला

हरियाणा के फरीदाबाद जिले में एक महिला तीन घंटे तक जिंदगी और मौत की जंग लड़ती रही. मगर उसने हिम्मत नहीं हारी और आखिरकार उस महिला को खूनी झील में डूबने से बचा लिया गया. वह महिला करीब तीन घंटे तक एक पत्थर को पकड़कर मौत से लड़ती रही.

यह भयानक मंजर सूरजकुंड की अरावली पहाडियों में उस वक्त देखने को मिला, जब वहां पहाड़ियों के बीच बनी कृत्रिम खूनी झील में हेमा रानी नामक महिला अचानक फिसल गई. फरीदाबाद सेक्टर 29 हाउसिंग बोर्ड निवासी हेमा रानी अपने पति ईश्वर और भाई अनुज के साथ रविवार की शाम बंदरों को केले खिलाने वहां गई थी. अचानक उसे डैथ वैली के नाम से मशहूर खूनी झील ख्याल आया और वह उसे देखने के लिये चली गई.

झील के पास पहुंचते ही महिला झील की ओर आकर्षित होने लगी और पति के मना करते करते भी महिला खूनी झील में फिसल गई. 100 फुट गहरे पानी वाली झील में गर्दन तक डूबी हुई महिला ने एक पत्थर को पकड़ लिया. इस बीच पति और भाई ने उसे बचाने की भरपूर कोशिश की मगर कामयाब नहीं हो सके.

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इस दौरान रात के करीब 8 बज चुके थे. तेज आंधी के बीच चमकती बिजली और घनघोर अंधेरे के बीच पहाडियों में मदद के लिये कोई नज़र नहीं आ रहा था. इस दौरान भाई ने पुलिस को फोन किया. उसके बाद हरियाणा पुलिस के जवान मौके पर पहुंच गए. पौने घंटे की कडी मशक्कत से महिला की जान बचाई गई.

सूरजकुंड थाने में तैनात एसआई रणधीर दो पुलिसकर्मियों शमशेर और संदीप के साथ मौके पर पहुंचे थे. अंधेरा होने के कारण मुश्किलें और ज्यादा बढ़ गई थीं. पुलिस ने रस्सी से रोप-वे तैयार किया, जिसके सहारे पुलिस टीम का एक सदस्य हेमा तक पहुंचा. और हेमा को सकुशल बाहर ले आया. पानी से बाहर आते ही हेमा बेहोश हो गई थी. उसे तुरंत ही उपचार के लिए पुलिस की गाड़ी में बीके हॉस्पिटल लाया गया.

हेमा, उसके पति और भाई का कहना है कि हादसे के दौरान उन्हें बचने की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही थी. अगर पुलिस के जवान मौके पर नहीं पहुंचते तो हेमा का बचना मुश्किल था. मौत को करीब से देखने वाले परिवार ने लोगों से आह्वान किया कि डैथी वैली को देखने न जाएं, क्योंकि वह एक खूनी झील है. जहां से बचाना आसान नहीं है.

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