तिरुवनंतपुरम में एक महिला समेत 6 लोगों को राष्ट्रीय गान बजने के वक्त खड़े नहीं होने के आरोप में हिरासत में लिया गया है. ये घटना इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ केरल (IFFK) में एक फिल्म की स्क्रीनिंग शुरू होने के दौरान हुई.पुलिस ने ये कार्रवाई केरल के डीजीपी लोकनाथ बेहरा को शिकायत मिलने के बाद की है.
जानकारी के मुताबि, डीजीपी से भारतीय जनता युवा मोर्चा ने डीजीपी से शिकायत की थी कि IFFK में कुछ डेलीगेट्स फिल्मों की स्क्रीनिंग शुरू होने पर राष्ट्रीय गान बजते वक्त अपनी सीटों से खड़े नहीं होते. डीजीपी ने इस शिकायत पर एसीपी को जांच करने के लिए कहा था, जिसे सही पाए जाने के बाद कार्रवाई की गई है.
बताते चलें कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने थिएटर्स में हर फिल्म की स्क्रीनिंग से पहले राष्ट्रीय गान बजना और इस दौरान दर्शकों का सीटों पर खड़ा होना अनिवार्य किया है. केरल के डीजीपी ने इस संबंध में केरल स्टेट चलचित्र एकेडेमी (KSCA) से सफाई भी मांगी है. IFFK की शुरुआत शुक्रवार को हुई है. इसमें 13 थिएटर्स में 490 स्क्रीनिंग होगी.
केरल की एक फिल्म सोसाइटी ने इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. सोसाइटी का कहना था कि फेस्टिवल में बहुत सारी स्क्रीनिंग होंगी और इसमें 1500 विदेशी मेहमान हिस्सा ले रहे हैं. ऐसे में हर स्क्रीनिंग पर राष्ट्र गान बजने पर सीट से खड़ा होना अनिवार्य करने से विदेशी मेहमानों को असुविधा होगी.
इस दलील को सुप्रीम कोर्ट ने नामंजूर कर दिया. सुप्रीम कोर्ट ने इस पर कहा था कि कुछ विदेशी यहां है और उन्हें असुविधा होगी, सिर्फ इसी वजह से हम अपने आदेश को वापस नहीं ले सकते. रविवार को चेन्नई में एक थिएटर में भी राष्ट्रीय गान के बजने पर कथित तौर पर तीन दर्शकों के सीट से खड़ा नहीं होने पर उनके साथ 20 से ज्यादा लोगों ने हाथापाई की थी.