उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य रानी इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन हादसे की जांच आतंकी साजिश की आशंका के चलते यूपी एटीएस से कराने का फरमान जारी किया है. सूबे मुख्यमंत्री और डीजीपी के आदेश पर एटीएस की टीम मौके पर पहुंच गई है. आईजी एटीएस खुद पूरे मामले पर नजर रख रहे हैं.
देश में आईएस के खुरासान मॉडयूल का खुलासा होने के बाद पता चला था कि आतंकी रेल गाड़ियों को अपना निशाना बना रहे हैं. इससे पहले बिहार और यूपी में हुए रेल हादसों के पीछे भी आतंकी साजिश का पता चला था. जिसमें नेपाल से भी गिरफ्तारी की गई थी. इन घटनाओं के पीछे पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई और आतंकी संगठन आईएसआईएस का हाथ होने के सबूत भी मिले थे. तभी से रेल गाड़ियों की सुरक्षा को लेकर एजेंसियां और राज्य सरकारें चिंतित हैं.
यही वजह है कि रामपुर के पास यह ट्रेन हादसा होते ही यूपी एटीएस हरकत में आ गई. एटीएस के पुलिस महानिरीक्षक असीम अरुण ने रामपुर के पास राज्य रानी इंटरसिटी एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने की घटना को संवेदनशील मानते हुए एटीएस टीम को तत्काल घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं.

जिसके बाद ATS बरेली की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है और मौके पर प्रारंभिक स्तर पर जांच शुरू कर दी है. इसके साथ ही नोएडा एटीएस के एएसपी बृजेश कुमार को भी घटनास्थल के लिए रवाना किया गया है. वो भी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच रहे हैं.
बताते चलें कि शनिवार सुबह रामपुर में कोसी पुल के पास राज्य रानी इंटरसिटी एक्सप्रेस 22454 के आठ डिब्बे पटरी से उतर गए थे. यह ट्रेन मेरठ से लखनऊ जा रही थी. इस हादसे के बाद पुलिस और रेलवे प्रशासन की ओर से राहत कार्य शुरू कर दिया गया है.
रेलवे की तरफ से बताया गया है कि इस हादसे में 15 लोग घायल हुए हैं. रेलवे प्रवक्ता के मुताबिक इस रेल हादसे में कोई क्षति नहीं हुई है. रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दे दिए हैं.
किसी भी चूक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. राज्य रानी एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने की जांच एटीएस करेगी. एटीएस की टीम मौके पर पहुंच गई है. एटीएस ट्रेन दुर्घटना में साजिश की पहलुओं की जांच करेगी.