राजधानी जयपुर में बलात्कार का एक बहुत ही शर्मनाक मामला सामने आया है, जहां एक कलयुगी पिता ने अपनी बेटी से चार माह तक लगातार दरिंदगी की. जब उसकी पत्नी ने इस बात का विरोध किया तो आरोपी ने लाठी मारकर उसका पांव तोड़ दिया. किसी तरह से मां-बेटी ने पुलिस थाने जाकर इस मामले की शिकायत दर्ज कराई.
हालांकि पीड़िता की मां अपनी बेटी को लेकर बलात्कार का मामला दर्ज कराने सोमवार की शाम करीब चार बजे सोडाला थाने पहुंची थी। यहां पर पुलिस ने उसे टरकाते हुए महिला थाना उत्तर भेज दिया. लेकिन देर रात सोडाला थाना पुलिस को अचानक न जाने क्या हुआ, पुलिस ने पीड़िता की मां और अन्य परिजनों को थाने बुलाया.
पुलिस ने सोडाला थाना पहुंचने पर पीड़िता को घटना स्थल आमेर थाना क्षेत्र का बताया और थाना पुलिस ने खुद ऑटो करवाकर दो पुलिसकर्मियों सहित उन्हें आमेर थाने भिजवाया. आमेर थाना पुलिस ने सोमवार देर रात तीन बजे बलात्कार के मामले की रिपोर्ट दर्ज कर ली. मंगलवार को पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज कर आरोपी पिता की तलाश शुरू कर दी.
किशोरी ने पुलिस को बताया कि किराए का मकान देखने के बहाने उसे जंगल में ले जाकर या फिर घर पर चाय और दूध गर्म करने के बहाने रसोई में बुलाकर उसके पिता ने चार माह तक उसके साथ बलात्कार किया. किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी. लेकिन पिता की करतूत से परेशान होकर वह मायके में रह रही मां के पास आ गई.
वहां पीड़िता और उसकी मां को सामाजिक कार्यकर्ता शबाना खान और ज्योति नायर सहित अन्य लोग सोमवार की शाम सोडाला थाने लेकर पहुंचे. वहां से उन्हें बड़ी चौपड़ महिला थाना उत्तर भेज दिया गया. पीड़िता की मां का आरोप है कि महिला थाना उत्तर ने उन्हें चाइल्ड हेल्पलाइन का नंबर देकर वहां बात करने के लिए कहा.
चाइल्ड लाइन वालों ने उन्हें गवर्नमेंट हॉस्टल के पास मिलने के लिए कहा. जब वे वहां पहुंचे तो उनकी बेटी को अपने साथ वो लोग गांधी नगर बालिका गृह ले गए. इसके बाद देर रात करीब ग्यारह बजे सोडाला थाने से फोन आया और उन्हें मामला दर्ज करवाने के लिए बुलाया गया.
पीड़िता की मां ने बताया कि दो तीन माह पहले पति की घिनौनी करतूत का पता चला था. तब उन्होंने विरोध किया तो आरोपी ने लाठी मार कर उसका पैर तोड़ दिया था. उसके आठ बच्चों में चार पति के पास हैं और चार खुद के साथ लेकर वो सोडाला अपने मायके में आ गई थी. तब रेप की शिकार बेटी को जबरन पति ने अपने पास ही रोक लिया था.