पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी ISI की एक नई चाल का खुलासा हुआ है. दुनिया की आंखों में धूल झोंकने के लिए पाक अपने सबसे ख़ास आतंकी हाफिज़ सईद और उसके संगठन को बचाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहा है. भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसी के सूत्रों ने इस बात का खुलासा किया है कि पाकिस्तान JUD पर बैन लगाने का सिर्फ नाटक कर रहा है.
इसके बदले पाकिस्तान की असलियत ये है कि उसने JUD के लिए काम करने और कश्मीर आतंक को बढावा देने के लिये दो नए संगठन बना दिए हैं. जिसके जरिये वो फंड की उगाही कर सकेगा. आज़तक को मिली जानकारी के मुताबिक़ पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी ISI की शै पर आतंकी हाफिज़ सईद ने जम्मू कश्मीर मूवमेंट (JKM) और Rescue, Relief and Education Foundation (RREF) नामक 2 नए संगठन बनाए हैं.
इनके जरिये कश्मीर में आतंक को बढ़ावा दिया जा सके. ख़ुफ़िया रिपोर्ट के मुताबिक़ जम्मू कश्मीर मूवमेंट को JUD के कामों की अलग से जिम्मेदारी दी गई है, वहीं Rescue, Relief and Education Foundation नाम के इस नए संगठन को फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (FIF) से जुड़े काम को देखने की जिम्मेदारी दी गई है.
पाकिस्तान की इस चाल पर सुरक्षा मामलों के जानकार पीके सहगल ने कहा कि "हाफिज सईद के अनेकों ऑर्गनाईजेशन है. हर बार जब उसके ऊपर अंतरराष्ट्रीय दबाव पड़ता है, तो वह तुरंत उसी ऑर्गनाइजेशन का नाम बदलकर अलग काम करना शुरू कर देता है. ताकि उसके किसी अकाउंट को सीज न किया जा सके और वो दूसरे ऑर्गनाईजेशन में पैसा ट्रांसफर कर सके.
सहगल का कहना है कि इन बदले हुए संगठनों के आका भी वही रहते हैं. जो पहले इसमे शामिल हैं. जब दुनिया को पता इसके बारे में चलता है तब तक ये आतंकी सरगना काफी बड़े पैमाने पर हिंदुस्तान को नुकसान पहुंचा चुका होता है. अब विश्व को ये समझना होगा कि आतंकी ऐसे ही नाम बदलकर पाक की सरपरस्ती में आतंक को बढ़ावा दे रहे हैं.
हाफिज़ सईद के इस कारनामे को ख़ुफ़िया विभाग ने डिकोड कर लिया है. सूत्र बताते हैं कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने लश्कर और जमात उद दावा के आतंकियों से इन 2 नए ग्रुप से जुड़ने को कहा है. ताकि बदले नाम से भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों को जारी रखा जा सके और दुनिया की नजरों से पाकिस्तान इन आतंकी गुटों को बचा सके.
पाक मीडिया में इस बात की भी रिपोर्ट छपी कि अमेरिका के दबाव में पाक JUD के खिलाफ कदम उठा रहा है. इस पाकिस्तान के रक्षामंत्री खुर्रम दस्तगीर खान ने कहा कि जमात उद दावा (JuD) और फलाह ए इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) के खिलाफ कार्रवाई अमेरिकी दबाव में नहीं, बल्कि गंभीर चर्चा के बाद की गई है.
उन्होंने कहा, 'हमने इन पर कार्रवाई इसलिए की ताकि स्कूलों में हमारे बच्चे सुरक्षित रहें. पाकिस्तान ने सईद नीत जेयूडी और एफआईएफ को चंदा लेने को लेकर को प्रतिबंधित कर दिया था.'
इसके पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने आरोप लगाया था कि इस्लामाबाद ने अमेरिका को झूठ और छल के सिवा और कुछ नहीं दिया. ट्रंप ने कहा था कि पाकिस्तान ने आतंकवादियों को सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराई है. इसके बाद पाकिस्तान की सरकार ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रतिबंधों की सूची के मुताबिक जेयूडी, एफआईएफ और अन्य संगठनों को चंदा देने से कंपनियों और लोगों को प्रतिबंधित कर दिया है.