कहते हैं नकल इंसान को कभी कामयाब नहीं होने देती. क्योंकि, नकल में अपनी अकल का इस्तेमाल नहीं होता. लेकिन, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राज में तो जैसे नकल में ही सारी अकल लगाई जा रही है. जी हां, बिहार के आरा में कॉलेज में छात्राएं कैमरे के सामने नकल करती पाई गईं हैं.
जानकारी के मुताबिक, एक सितंबर को आरा के वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में बीए पार्ट का इमत्हान चल रहा था. वहां टेबल पर गाइड या आंसर बुक रखकर धड़ल्ले से नकल हो रहा था. कुछ छात्राएं तो पैरों पर गाइड को रखा नकल कर रही थीं. ये सब कॉलेज प्रशासन के सामने हो रहा था.
नकल की सूचना मिलने पर पहुंची आजतक की टीम ने वहां हो रहे खुलेआम नकल कैमरे में कैद कर लिया. लड़कियां गुरुजी की सरपरस्ती में खुलेआम नकल कर रही थीं. गुरुजी ने जब देखा कि कैमरा उनकी कारस्तानी कैद कर रहा है, तो छात्राओं को चेतावनी देने लगे.
कुलपति अजहर हुसैन ने नकल के मुद्दे पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. लेकिन उप कुलपति ने पुलिस-प्रशासन पर आरोप लगा दिया. उन्होंने कहा कि पुलिस की तैनाती नहीं हुई, इसलिए नकल नहीं रोकी जा सकी. खैर, सवाल ये है कि क्लास में मौजूद टीचर नकल कराने के लिए हैं या रोकने के लिए?