गुजरात के एक एडीजी स्तर के आईपीएस अधिकारी पर अपने ही कारिदों को बंधक बना लिए जाने का आरोप है. इस खबर से पूरे महकमें में हडकंप मचा हुआ है. सरकार ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
मामला अहमदाबाद की कराइ पुलिस अकादमी का है. जहां आईजी विपुल बिजॉय को बंगला आवंटित किया गया है. बिजॉय कुछ समय पहले ही प्रतिनियुक्ति से लौटे हैं. बताया जा रहा है कि बुधवार की सुबह आर्ईजी साहब को अखबार नहीं मिला. उसी वक्त उन्होंने अपने स्टॉफ को सबक सिखाने का मन बना लिया.
आईजी ने सुबह ही सारे स्टॉफ को बंगले के गैराज में बंद कर दिया. और उन्हें बिना खाना और पानी दिए शाम तक बंधक बनाकर रखा. इसी दौरान शाम को बाहर से किसी अन्य पुलिसकर्मी ने पुलिस कंट्रोल रूम में फोन पर इस बात की जानकारी दी.
सूचना के बाद राज्य के डीजीपी ने आईजी हसमुख पटेल को मामले की जांच के लिए मौके पर भेजा. जहां 13 पुलिसकर्मी बंगले के गैराज में पाए गए. लेकिन आईजी पटेल का कहना है कि उन्हें सुबह बुलाया गया था लेकिन इंतजार करने के लिए कहा गया था.
खबर है कि कुल मिलाकर आईजी विपुल बि़जॉय ने एक पीएसआई, 12 एएसआई और 4 वाहन चालकों को देर शाम तक बंधक बनाकर रखा. जिसमें से चार वाहन चालकों को उन्होंने शाम को मुक्त कर दिया था. फिलहाल इस मामले में जांच की जा रही है. प्रदेश के पुलिस महानिदेशक पीसी ठाकुर ने कहा है कि जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.