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छत्तीसगढ़ः तस्करों ने वन विभाग के अधिकारियों को जमकर पीटा

छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सलियों के बाद अब जंगल माफिओं के हौंसले बुलंद हैं. वे बेख़ौफ़ होकर वन विभाग के कर्मचारियों को अपना निशाना बना रहे हैं. आमतौर पर ये तस्कर वनों की सुरक्षा में जुटे लोगों को डरा धमकाकर जंगलों की कटाई करते थे लेकिन अब उन्होंने वनकर्मियों पर हमला करना शुरू कर दिया है.

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पुलिस ने तस्करों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है
पुलिस ने तस्करों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है

छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सलियों के बाद अब जंगल माफिओं के हौंसले बुलंद हैं. वे बेख़ौफ़ होकर वन विभाग के कर्मचारियों को अपना निशाना बना रहे हैं. आमतौर पर ये तस्कर वनों की सुरक्षा में जुटे लोगों को डरा धमकाकर जंगलों की कटाई करते थे लेकिन अब उन्होंने वनकर्मियों पर हमला करना शुरू कर दिया है.

यह घटना बस्तर संभाग मुख्यालय से 43 किमी दूर माचकोट के तिरिया जंगल की है. दो डिप्टी रेंजर मनोज बघेल और बीआर कश्यप वन सुरक्षा समिति के पांच सदस्यों के साथ गश्त पर निकले थे. तभी जंगल के बीच तस्करों ने टंगिया और लाठी से उनपर हमला बोल दिया.

इस हमले में दोनों अधिकारी और समिति सदस्य गंभीर रुप से घायल हो गए. घायलों को बस्तर के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. दोनों अधिकारी अवैध कटाई की सूचना मिलने पर गश्त के लिए निकले थे. ये सभी मोटरसाइकिल से जंगल में गए थे.

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मौके पर पंहुचने पर हथियारों से लैस तस्करों वनकर्मियों पर हमला बोल दिया और उनकी वर्दी भी फाड़ दी. यही नहीं तस्करों ने उनके मोबाइल, पर्स और वायरलेस सेट भी लूट लिए. इसके बाद वनकर्मियों की बाइक में तोड़फोड़ कर तस्कर भाग निकले.

घायल कर्मी किसी तरह अस्पताल पंहुचे. वन विभाग के माचकोट रेंज आफिसर बीआर कश्यप के अनुसार 18 तस्करों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है. बस्तर पुलिस ने भी अज्ञात आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है.

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