राजधानी दिल्ली में रेलवे के एक गेटमैन को कुछ लोगों के कहने पर गेट न खोलना महंगा पड़ गया. जहां रेलवे क्रासिंग नहीं खोलने पर आरोपियों ने उस रेलवे कर्मचारी के हाथ पांव काट दिए. इस हमले में गेटमैन बुरी तरह से घायल हो गया.
सोमवार को इस संबंध में जानकारी देते हुए उत्तर रेलवे के एक शीर्ष अधिकारी ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि नरेला और रठधना के बीच रेलवे लेवल गेट नंबर 19 पर कुंदन पाठक नामक गेटमैन तैनात था. तभी तीन बाइक सवार वहां पहुंचे और उसे गेट खोलने के लिए कहने लगे.
पाठक ने 18101 मुरी एक्सप्रेस ट्रेन के आने की वजह बताकर गेट खोलने से मना कर दिया. इस बात से बाइक सवार तीनों लोग इतने खफा हुए कि उन्होंने गेटमैन पर हमला बोल दिया और पाठक के दोनों हाथ और पैरों को काट दिया. इस दौरान उसके गले पर भी वार किया गया.
रेलवे अधिकारी ने बताया कि पाठक को नई दिल्ली स्थित रेलवे सेंट्रल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी सर्जरी हो रही है. घटना सोमवार की देर रात 12 बजकर 40 मिनट पर हुई.
पीड़ित कर्मचारी कुंदन पाठक बिहार के बांका जिले का रहने वाला है. वह 2013 में रेलवे में भर्ती हुआ था. घटना की जानकारी मिलने के बाद रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अस्पताल जाकर पीड़ित कर्मचारी कुंदन पाठक से मुलाकात की और उसका हाल-चाल जाना.
एक वरिष्ठ रेल अधिकारी ने बताया कि कुंदन पाठक के इलाज का सारा खर्च रेलवे उठा रही है ताकि वह जिंदा बच सके और हमारे बीच दोबारा आ सके. इस संबंध में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. गेटमैन पर हुए हमले की इस घटना के बाद लगभग पांच ट्रेन लेट हुईं. पुलिस इस मामले की छानबीन कर रही है.