केजरीवाल सरकार पर प्याज खरीद में गड़बड़ी के बाद अब चीनी खरीद में घोटाला करने का आरोप लगा है. चीनी खरीद में घोटाले की एक शिकायत की गई थी. जिसके बाद एंटी करप्शन ब्यूरो ने इस मामले की जांच शुरु कर दी. इस मामले से केजरीवाल सरकार की मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं.
इस घोटाले की शिकायत करने वाले आरटीआई कार्यकर्ता विवेक गर्ग ने आज तक को बताया कि दिल्ली सरकार ने जनता को देने के लिए एक लाख किलो चीनी 33 करोड़ रूपये में खरीदी है. जो कि बाजार के दामों पर खरीदी गई. जबकि केंद्र सरकार ने इन्हें 90 प्रतिशत की सब्सिडी दी थी ताकि जनता को आसानी से सस्ते दामों पर चीनी दी जा सके.
इस मामले की शिकायत मिलते ही एंटी करप्शन ब्यूरो भी हरकत में आ गया. ब्यूरो को मिली शिकायत में कहा गया कि दिल्ली सरकार ने दो प्राइवेट कंपनियों से चीनी खरीदी है. एक कंपनी से 30 रूपये प्रति किलो जबकि दूसरी कंपनी से 33 रूपये प्रति किलो के हिसाब से चीनी का सौदा किया. जिससे इस खरीद में हुए घोटाले का साफ पता चलता है.
गौरतलब है कि एंटी करप्शन ब्यूरो पहले से ही कई मामलों में जांच कर रहा है. लेकिन अभी तक किसी भी मामले में कोई नतीजा सामने नहीं आया है. फिलहाल, मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं. इस जांच के दायरे में दिल्ली के मुख्यमंत्री, कई मंत्री और कई अधिकारी भी आ सकते हैं.