दिल्ली पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस के हत्थे एक ऐसा बदमाश लगा है, जिसकी काफी लंबे वक्त से तलाश थी. पुलिस ने जिस बदमाश को पकड़ा है, वो आदतन अपराधी था और अक्सर पुलिस पर हमला करता रहता था. 12 साल पहले 2009 में इस बदमाश ने जरा सी बात पर एक हेड कांस्टेबल का सिर फोड़ दिया था. इस बदमाश का नाम बीसी इमाम उर्फ इमामुद्दीन है. 20 मार्च को मुठभेड़ के बाद पुलिस उसे पकड़ने में कामयाब हुई.
ऐसे पकड़ाया बदमाश इमाम
बीसी इमाम नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के नंद नगरी इलाके में रहता था. स्पेशल सेल नई दिल्ली रेंज की टीम के इंस्पेक्टर विनोद और एसआई गौतम को जानकारी मिली कि इमाम सराय काले खां में अपनी गैंग के लोगों से मिलने आ रहा है. ये गैंग दक्षिणी दिल्ली के इलाकों में बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था.
जब स्पेशल सेल की टीम ने इमाम को रोकने की कोशिश की, तो उसने पुलिस पर 3 गोलियां चला दी. पुलिस की तरफ से चार राउंड फायरिंग हुई, जिसमें एक गोली इमाम के पैर में लगी और उसे दबोच लिया गया. इमाम के पास से एक पिस्टल, चोरी की स्कूटी, 3 मोबाइल फोन बरामद हुआ है.
पुलिस पर हमला करने का कोई मौका नहीं गंवाता था इमाम
बात 23 फरवरी 2012 की है. नंद नगरी इलाके थाने की पुलिस ने एक केस की छानबीन के लिए उसे थाने बुलाया. बजाय पुलिस को सहयोग करने के इमाम ने थाने में अपने पूरे परिवार को बुलाकर पुलिस वालों पर हमला कर दिया. इसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. उस वक्त कई धाराओं में इमाम पर FIR दर्ज हुई थी.
इसके बाद 2015 में नंद नगरी इलाके में जेल से पैरोल पर आए एक शख्स की झगड़े में मौत हो गई. इससे काफी बवाल हो गया. उस वक्त जब पुलिस मामले को शांत करने पहुंची, तो भीड़ ने पुलिस पर हमला कर दिया. इस भीड़ को लीड करने वाला भी इमाम ही था. उस वक्त उसके खिलाफ दंगा समेत कई धाराओं में FIR दर्ज की गई.
जब हेड कांस्टेबल का सर फोड़ा
साल 2009 में तो इमाम ने दिल्ली पुलिस की PCR में तैनात एक हेड कांस्टेबल का जरा सी बहस में सर फोड़ दिया था और कॉन्स्टेबल के चहरे को कुचलने की कोशिश की थी. इस मामले में पीड़ित हेड कांस्टेबल ओमकार ने इमाम के खिलाफ 307 यानी हत्या की कोशिश समेत कई धाराओं में FIR दर्ज करवाई थी. इमाम इस केस में भी गिरफ्तार हो चुका है.