दिल्ली के ओखला इलाके में एक युवक की बेरहमी से हत्या कर दी गई. हमलावर ने एक कसाई की छुरी चुराकर उससे युवक पर एक नहीं दो नहीं बल्कि 14 बार वार किए. लहूलुहान युवक को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
घटना बीते 26 मई की है. दरअसल, ओखला थाने में किसी ने फ़ोन करके बताया कि एक शख्स खून से लथपथ हालत में सड़क के किनारे पड़ा हुआ है. पुलिस मौके पर पहुंची और पीड़ित को अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने युवक को मृत घोषित कर दिया.
डॉक्टरों ने पुलिस को बताया कि पीड़ित पर तेज़ धारदार हथियार से 14 वार किए गए थे. पुलिस ने जांच में पाया कि पीड़ित के जेब में 14 सौ रुपये मौजूद थे. पुलिस को लगा कि क़त्ल के पीछे आपसी रंजिश का मामला हो सकता है, लेकिन जांच आगे बढ़ाने के लिए पीड़ित की पहचान होना जरूरी था.
पुलिस को पीड़ित की जेब से खून से सने दो कागज मिले. एक बैंक की स्लिप थी और एक स्लिप पर ईमेल एड्रेस लिखा था. बड़ी मुश्किल से पुलिस इतना पढ़ सकी की दोनों जगह अरविंद लिखा हुआ है. लेकिन एक जगह अरविंद के आगे चौहान और दूसरी जगह सिंह लिखा था.
पीड़ित की पहचान के लिए पुलिस ने फेसबुक पर अरविंद नाम के प्रोफाइल चेक करने शुरू किए. काफी मशक्कत के बाद एक चेहरा मरने वाले शख्स से मिलता जुलता मिला. वह शख्स आगरा का रहने वाला था. पुलिस ने जब उस अरविंद की पड़ताल की तो पता लगा कि उसका मोबाइल 26 मई की रात से बंद है. उसके घरवालों ने दिल्ली आकर शव की शिनाख्त कर ली.
पीड़ित की पहचान हो चुकी थी. पुलिस कातिल की तलाश में जुटी थी. इसी दौरान पुलिस ने अरविंद के मोबाइल को सर्विलांस पर लगाया. अगले ही दिन पता लगा कि अरविंद का मोबाइल फ़ोन सुजीत नाम का एक शख्स इस्तेमाल कर रहा है. पुलिस ने तुरंत सुजीत को धर दबोचा.
सुजीत ने पुलिस को बताया कि उसने यह फोन एक दिन पहले ही खरीदा था. अब पुलिस फोन बेचने वाले तक जा पहुंची, लेकिन उसने भी वो फोन किसी संदीप नाम के आदमी से खरीदा था. इसके बाद पुलिस ने संदीप को भी हिरासत में ले लिया और उससे पूछताछ शुरू की.
पहले संदीप पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करता रहा. लेकिन पुलिस को संदीप पर शक हो गया था. लिहाजा पुलिस ने जब उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने सारा सच पुलिस के सामने उगल दिया.
संदीप ने पुलिस को बताया कि 26 मई की रात उसके पास बिल्कुल भी पैसे नहीं थे, लेकिन उसका मन बीयर पीने का था. जब उसे पैसे नहीं मिले तो उसने कुछ और करने की ठानी. वो पहले एक कसाई की दुकान पर गया और वहां से उसने चुपचाप एक बड़ी सी छुरी चुराई और फिर ओखला के सुनसान इलाके में किसी शिकार की तलाश करने लगा.
तभी उसने देखा कि सामने से एक शख्स पैदल आ रहा था. वो अरविंद था. अरविंद शराब के नशे में झूम रहा था. लिहाजा संदीप समझ चुका था कि वो उसका ज्यादा विरोध नहीं कर पाएगा, लेकिन नशे में होने के बावजूद अरविंद संदीप से भिड़ गया और उसने संदीप के बाल पकड़ लिए.
इस बात से संदीप घबरा गया और उसने अरविंद के सिर और गर्दन पर तब तक छुरी से वार किए, जब तक कि उसकी मौत नहीं हो गई. पुलिस को अरविंद के हाथों में संदीप के बाल भी मिले थे, जो इस केस का अहम सुराग बने. पुलिस इसकी फोरेंसिक जांच भी करवा रही है. इस तरह से ये मामला पुलिस ने 4 दिन में सुलझा लिया.