केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने 25 लाख रुपये की घूसखोरी मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. इन 7 लोगों की गिरफ्तारी देश के अलग-अलग हिस्सों से हुई है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में सरकारी अधिकारी भी हैं. यह आरोप लगाया गया था कि राष्ट्रीय परियोजना निर्माण निगम (एनपीसीसी) लिमिटेड द्वारा दिए गए अनुबंधों से संबंधित बिलों को पास करने के लिए रिश्वत की मांग की गई थी.
सीबीआई की छापेमारी दिल्ली, सिलचर, जलपाईगुड़ी, गुवाहाटी और ग्वालियर में हुई है. सीबीआई ने लोक सेवकों, निजी व्यक्तियों, बिचौलिए के 18 ठिकानों पर तलाशी ली. छापेमारी में कई दस्तावेज बरामद हुए हैं. इंडिया टुडे को पता चला है कि सीबीआई ने एनपीसीसी के जोनल मैनेजर राकेश मोहन कोटवाल और मैनेजर लतीफुल पाशा सहित पांच निजी व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है.
सूत्रों के मुताबिक, राकेश कोटवाल और लतीफुल पाशा ने बीएसएफ के लिए सीमावर्ती काम करने वाली कंपनी से बिल मंजूर करने के लिए रिश्वत की मांग की थी. सीबीआई को शक है कि घूसखोरी मामले में और लोग शामिल हो सकते हैं.
Searches have been conducted at 18 locations at the premises of accused including public servants, private persons, middleman etc at Delhi, Silchar, Jalpaiguri, Guwahati, Gwalior which led to recovery of several incriminating documents. https://t.co/h12VnRanZf
— ANI (@ANI) July 15, 2019
लगातार छापेमारी कर रही है सीबीआई
बता दें कि सीबीआई लगातार देश के अलग-अलग हिस्सों में छापेमारी कर रही है. इससे पहले मंगलवार को सीबीआई ने 19 राज्यों में 110 जगहों पर छापेमारी की. ये छापेमारी भ्रष्टाचार, हथियारों की तस्करी समेत 30 अलग-अलग मामलों में की गई. सूत्रों ने इंडिया टुडे से कहा कि मंगलवार की छापेमारी में भ्रष्टाचार, आपराधिक कृत्य और हथियारों की तस्करी से जुड़े 30 अलग अलग नए मामले दर्ज किए गए हैं.
2 जुलाई को एक ऐसी ही कार्रवाई की गई थी जिसमें 12 राज्यों के 50 शहरों में 50 अलग अलग ठिकानों पर छापेमारी गई थी. ये कार्रवाई 16 नए बैंक फ्रॉड केस से जुड़े थे. सीबीआई के मुताबिक दिल्ली, मुंबई, लुधियाना, थाणे, वालसाड, पुणे, पलनी, गया, गुरुग्राम, चंडीगढ़, भोपाल, सूरत, कोलार और अन्य जगहों पर छापेमारी की गई.
30 नई एफआईआर कई कंपनियां, फर्म्स, प्रमोटर्स, डायरेक्टर, बैंक अधिकारियों और कुछ निजी लोगों के खिलाफ दर्ज की गईं. इंडिया टुडे को जानकारी मिली है कि कुछ छापेमारी मुंबई, दिल्ली, एनसीआर, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में की गई. मोदी सरकार के दोबारा सत्ता में आने के बाद सीबीआई की भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई बढ़ गई है.
30 नई एफआईआर कई कंपनियां, फर्म्स, प्रमोटर्स, डायरेक्टर, बैंक अधिकारियों और कुछ निजी लोगों के खिलाफ दर्ज की गईं. इंडिया टुडे को जानकारी मिली है कि कुछ छापेमारी मुंबई, दिल्ली, एनसीआर, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में की गई. मोदी सरकार के दोबारा सत्ता में आने के बाद सीबीआई की भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई बढ़ गई है.