दिल्ली की सड़कों पर आमतौर पर जब भी कोई वारदात होती है तो कोई मदद के लिए जल्दी सामने नहीं आता. लेकिन वेस्ट दिल्ली में जब रात के वक्त कुछ बदमाश एक लड़की के साथ छेड़छाड़ कर रहे थे, तो एक कैब ड्राइवर ने हिम्मत दिखाई और लड़की को बचाने की कोशिश करने लगा. लेकिन तभी बदमाशों ने उसे गोली मार दी और मौके से फरार हो गए.
मामला 19 दिसंबर की रात का है. वेस्ट दिल्ली के जनकपुरी इलाके में पंखा रोड के किनारे रात के करीब दस बजे चार बदमाश एक लड़की को छेड़ने लगे. लड़की के साथ उसका एक दोस्त भी वहां मौजूद था लेकिन वह भी कुछ नहीं कर पाया. लड़की उनसे बचने की कोशिश करने लगी. लड़की दोस्त ने विरोध किया तो बदमाशों ने उसकी पिटाई कर दी.
लड़की मदद के लिए चिल्लाने लगी, मगर कोई उसकी मदद करने नहीं आया. तभी वहां से गुजरे रहे संजय नामक एक कैब ड्राइवर ने हिम्मत दिखाई. वह लड़की को बचाने के लिए बदमाशों से उलझ गया. उसने एक बदमाश को पकड़ने की कोशिश भी की. इसी दौरान गुस्साए बदमाशों ने कैब ड्राइवर संजय पर फायरिंग कर दी और उसे गोली मार दी. भागते वक्त बदमाशों ने उसकी गाड़ी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया.
घटना के बाद वहां मौजूद लड़की और उसका दोस्त भी वहां से भाग गए. बाद में घायल संजय को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया जहां से उसे ट्रामा सेंटर में रेफर कर दिया गया. पुलिस ने इस मामले की छानबीन करते हुए चार में से दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है. जिनकी पहचान अंशु गुप्ता और रमेश उर्फ़ काकू के रूप में की गई है. उनके खिलाफ पहले से कई मामले दर्ज हैं.
डीसीपी विजय कुमार ने बताया कि ये बदमाश रात के वक्त लूटपाट की वारदातों को अंजाम देते हैं. मौका मिलने पर फायरिंग करने से भी नहीं चूकते. रात में यदि इनके पास गाड़ी होती तो ये लोग लड़की को किडनेप भी कर सकते थे. लेकिन ड्राइवर ने हिम्मत दिखा कर एक बड़ी वारदात को होने से रोक लिया.