बिहार के बेतिया जिले में तंत्र-मंत्र और अंधविश्वास के चलते एक दो साल के मासूम बच्चे को बेरहमी के साथ कत्ल कर दिया गया. उसकी लाश उसके घर के करीब से ही बरामद की गई. बताया जा रहा है कि एक महिला ने मृत को बच्चे को जिंदा करने की कोशिश भी की थी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ तो उसका शव वहीं फेंक दिया गया. पुलिस ने इस संबंध में कुछ लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है.
दिल दहला देने वाली ये वारदात बेतिया के शिकारपुर थाना इलाके की है. जहां मंगरहरी बैरिया गांव में दो वर्षीय मासूम बच्चे की लाश बरामद की गई. उसकी हत्या गला घोंटकर की गई. मृतक बच्चे की शिनाख्त अनिल महतो के दो वर्षीय पुत्र बजरंगी के रूप में की गई है. वारदात के बाद बच्चे के घर में मातम पसरा हुआ है.
पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार की दोपहर बजरंगी अपने घर के बाहर खेल रहा था. अचानक वो वहां से गायब हो गया. परिजनों उसकी तलाश शुरू की लेकिन उसका कुछ अता-पता नहीं चला. ग्रामीण भी उसे मिलकर खोजने लगे. इसी दौरान देर शाम बजरंगी की लाश उसके घर के पीछे से ही बरामद हो गई.
फौरन इस बात की सूचना पुलिस को दी गई. पुलिस ने मौके पर जाकर शव कब्जे में ले लिया. मृतक बच्चे के परजिनों ने बेटे की हत्या के मामले में अपने पड़ोसी बीरा, उसकी पत्नी रीना, ठागा महतो और रीता को नामजद कराया है. पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.
गांव में चर्चा है कि बच्चे की पड़ोसन जादू-टोना सीख रही है. उसी के परिवार ने बच्चे का कत्ल किया है. उसे जिंदा करने की कोशिश भी की. लेकिन जब वे नाकाम हो गए तो उसकी लाश को उसी के घर के पीछे फेंक दिया और वहां से फरार हो गए. पुलिस ने शव की जांच के दौरान पाया कि उसके बाएं हाथ की तीन उंगलियां ब्लेड से कटी गई थी. इससे आशंका हो रही है कि उस बच्चे का मर्डर तंत्र मंत्र के लिए किया गया है.