अन्ना हजारे ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि यदि हमें अनशन करने के लिए जगह नहीं मिली तो हम जेल में बैठेंगे. अन्ना ने कहा कि देश में भ्रष्टाचार अपने चरम पर है और जनता को इन भ्रष्टाचारियों को दूर भगाना होगा.
जानें क्या है जन लोकपाल?
रालेगण सिद्धि में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए अन्ना ने कहा कि वर्तमान समय में गरीबों का जीना मुश्किल हो चुका है.अन्ना ने लालू पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या लालू चारा घोटाला भूल गए जो लोकपाल पर ऐसे बयान दे रहे हैं.
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नए लोकपाल विधेयक की आलोचना करते हुए अन्ना हजारे ने कहा कि सरकार को विधेयक का मसौदा तैयार करते समय इस प्रक्रिया में आम जनता को भी शामिल करना चाहिए.
हजारे ने कांग्रेसजन को इंगित कर राजीव गांधी का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने पंचायती राज विधेयक लाने से पहले सभी ग्राम प्रमुखों को इसके बारे में लिखा था. हजारे ने सवाल उठाया कि सरकार इस विधेयक का मसौदा अकेले ही क्यों तैयार कर रही है.
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उन्होंने पूछा कि ऐसा क्यों है, उसने इस बारे में जनता की राय क्यों नहीं ली. जनता सर्वोच्च है और उसने ही सांसदों को चुनकर भेजा है. इसलिए उन्हें जनता की आवाज को सुनना होगा. स्वर्गीय प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने इस बात को समझ लिया था.
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हजारे ने कहा कि राजीव ने देश के साढ़े पांच लाख गांवों के सरपंचों को संविधान के 73 वें और 74वें संशोधन के बारे में लिखा था. आप इसे सिर्फ अपने विचार और धारणा से नहीं कर सकते. तब फिर तानाशाही और लोकतंत्र में फर्क ही क्या रह जाएगा. उन्होंने कहा कि नया लोकपाल विधेयक ‘बेहद कमजोर’ और ‘गलत ’है और यह भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाने में मददगार नहीं होगा.