छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में सेंट्रल विजलेंस की टीम ने नेहरूनगर स्थित एक प्रोविजन स्टोर से 12 लाख के 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट बरामद किए हैं. दूकान संचालक ने पुराने नोट एक झोले में छुपा कर रखा था. नोटों के संबंध में स्टोर का संचालक कुछ भी नहीं बता पा रहा था. विजिलेंस की टीम ने आरोपी संचालक को आयकर विभाग के हवाले कर दिया.
जानकारी के मुताबिक, नोटबंदी के बाद से पुराने नोटों को खपाने का खेल चल रहा था. लेकिन 500 और 1000 के पुराने नोटों को बैंकों में जमा करने की अंतिम तारीख गुजरने के बाद इस पर थोड़ा अंकुश लगा. 31 मार्च तक आरबीआई में नोटों को जमा किया जा रहा है. इसका फायदा उठाने के लिए अभी भी कुछ लोग पुराने नोटों की अदला-बदली का गोरखधंधा कर रहे हैं.
सेंट्रल विजलेंस की टीम को सूचना मिली कि पुराने नोटों को खपाने का खेल चल रहा है. इस पर विजिलेंस की टीम रायपुर से एक के बाद एक सुराग का पता लगाते हुए बिलासपुर पहुंची. टीम ने नेहरूनगर स्थित आरएस प्रोविजन स्टोर में अचानक छापामार कार्रवाई शुरू कर दी. इस दौरान टीम के सदस्यों को देखकर 28 वर्षीय रवि रेलवानी दूकान संचालक हड़बड़ा गया.
वह जल्द से जल्द दुकान बंद कर जाने की कोशिश करने लगा, लेकिन टीम ने दूकान के एक-एक सामानों की तलाशी लेनी शुरू कर दी. इस दौरान वह बार-बार टीम को गुमराह करता रहा. इस बीच टीम को दूकान में छिपा कर रखा गया एक थैला नजर आया. तलाशी लेने पर झोले के अंदर 12 लाख रुपये के 500 और 1000 के पुराने नोट बरामद किए गए.