गौतम बुद्ध नगर में कोरोना का कहर जारी है. आम लोगों की तरह खाकी वर्दी पर भी कोरोना संक्रमण का बुरा साया छाया हुआ है. नोएडा पुलिस में करीब 182 पुलिसकर्मी और अधिकारी कोरोना संक्रमण का शिकार हो चुके हैं. ऐसे में नोएडा पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने एक अहम फैसला लिया है. इस फैसले के मुताबिक अब 55 साल से ज्यादा उम्र समेत कई अन्य कैटेगरी के पुलिस कर्मियों को ज्यादा जोखिम वाली जगहों पर ड्यूटी में तैनात नहीं किया जाएगा.
नोएडा पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने गंभीर बीमारियों से पीड़ित पुलिस कर्मियों, प्रेग्नेंट महिला पुलिस कर्मियों, जीवन रक्षक दवाइयां खा रहे पुलिस कर्मियों को सामान्य ड्यूटी पर तैनात करने के आदेश जारी किए हैं. जिले में तेजी से बढ़ते संक्रमण को देखते हुए नोएडा पुलिस ने यह फैसला लिया है.
गौतम बुद्ध नगर के पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार सिंह ने बताया कि गंभीर बीमारी, ब्लड प्रेशर, दिल और फेफड़े की बीमारी से पीड़ित कर्मी, प्रेग्नेंट महिला पुलिसकर्मी और 55 साल से ज्यादा उम्र के पुलिस कर्मियों को भीड़भाड़ और जोखिम वाले इलाकों में तैनाती नहीं दी जाएगी. क्योंकि वहां उन्हें इंफेक्शन का खतरा ज्यादा रहेगा.
दरअसल, इस तरह के गंभीर मरीज़ आसानी से कोरोना वायरस की चपेट में आ सकते हैं. पुलिस कर्मियों की जान की सलामती के लिए यह अहम फैसला लिया गया है. हालांकि इन सभी पुलिसकर्मियों की नाइट ड्यूटी पहले की तरह जारी रहेगी. उसमें कोई रियायत नहीं दी जाएगी.
गौतम बुद्ध नगर में तैनात 182 पुलिसकर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. इनमें कई थानाध्यक्ष, कई इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, कांस्टेबल- हेड कांस्टेबल के अलावा अधिकारी भी शामिल हैं. कई पुलिस कर्मियों के परिजन भी संक्रमित पाए गए हैं. इन लोगों के संपर्क में आए कुछ पुलिस कर्मियों को आइसोलेशन में रखा गया है. संक्रमित 182 पुलिसकर्मियों में से 12 पुलिसकर्मी कोरोना वायरस को मात देकर ठीक हो चुके हैं. इनमें एसीपी अंकिता शर्मा भी शामिल हैं.