ओडिशा के गंजम ज़िले में 57 साल की विधवा महिला ने अपने मकान मालिक को जिंदा जलाकर मार डाला. यह चौंकाने वाली घटना गुरुवार को बेरहामपुर के बैद्यनाथपुर थाना क्षेत्र में हुई. पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ़्तार कर लिया है.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने बताया कि आरोपी महिला की पहचान सुदेशना जेना (निवासी अमृतुल, सोराडा) के रूप में हुई है, जबकि मृतक मकान मालिक का नाम हरिहर साहू (72) था, जो एक सेवानिवृत्त राजस्व निरीक्षक थे. दोनों एक ही मकान में रहते थे. साहू पहली मंजिल पर और जेना ग्राउंड फ्लोर पर रहती थी. सुदेशना की दो बेटियां हैं, जिनमें से एक हैदराबाद और दूसरी अंबापुआ में रहती हैं.
घटना की सुबह, जब साहू गहरी नींद में थे, तब सुदेशना उनके कमरे में घुसी और उन पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी. पुलिस का कहना है कि महिला को मृतक के कमरे में आसानी से पहुंचने की अनुमति थी. आग में झुलसे साहू को पहले एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज, बेरहामपुर और बाद में एससीबी मेडिकल कॉलेज, कटक ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
इंस्पेक्टर सरवन विवेक एम ने बताया कि यह हत्या पूरी तरह से सुनियोजित थी. साक्ष्य मिटाने के लिए सुदेशना ने मृतक का मोबाइल घर के आंगन में फेंक दिया और केरोसिन की प्लास्टिक बोतल को आग में झोंक दिया. इतना ही नहीं, उसने पड़ोसियों की मदद से साहू को बचाने का नाटक भी किया और दावा किया कि दो अज्ञात लोगों ने साहू के कमरे में घुसकर आग लगाई.
हालांकि, कटक अस्पताल में इलाज के दौरान साहू ने अपनी बेटी मधुस्मिता साहू को बताया कि किसी ने उन पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगाई है. इसके बाद मधुस्मिता ने बैद्यनाथपुर थाने में हत्या की रिपोर्ट दर्ज करवाई. जांच में सामने आया है कि पिछले पांच सालों से मृतक और आरोपी महिला के बीच संबंध थे. साहू की संपत्ति पर भी काफी दिनों से उसकी नजर थी.