उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (UPTET) पेपर लीक मामले में बुधवार को बड़ी खबर सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि यूपीटीईटी पेपर लीक के तार मध्य प्रदेश के चर्चित व्यापम घोटाले से जुड़े हुए हैं. मिली जानकारी के मुताबिक पेपर लीक मामले में गिरफ्तार डॉक्टर संतोष चौरसिया मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले में जेल जा चुका है. संतोष चौरसिया, यूपीटीईटी पेपर लीक की अहम कड़ी था. संतोष चौरसिया ने 20 लाख में पेपर खरीदा था. पकड़े गए संतोष चौरसिया पर मध्य प्रदेश के ग्वालियर इंदौर और रीवा में 9 मुकदमे दर्ज हैं.
यूपी एसटीएफ ने बुधवार को लखनऊ के आलमबाग इलाके से संतोष चौरसिया को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि पेपर प्रिंटिंग का काम दिए जाने से पहले पेपर लीक करने वाले गैंग सक्रिय हो गए थे. वहीं चर्चित पेपर लीक गैंग का सबसे बड़े गैंग लीडर बेदी राम का भाई मनीराम टीईटी पेपर लीक में शामिल बताया जा रहा है. नोएडा के रहने वाले राहुल मिश्रा और अनुराग शर्मा के जरिए डॉक्टर संतोष चौरसिया ने पेपर खरीदा था. एग्जाम के 1 दिन पहले यूपीटीईटी का पेपर 27 नवंबर की रात 11बजे बॉटम एप से भेजा गया था.
इससे पहले मंगलवार को UPTET पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी निर्दोष चौधरी ने सरेंडर कर दिया है. आरोप है कि निर्दोष चौधरी ने ही शामली में मेरठ के सॉल्वर गैंग को 5 लाख में पेपर बेचा था. निर्दोष अलीगढ़ में प्राइमरी का टीचर है. उसका भाई यूपी पुलिस में सिपाही है. UPSTF निर्दोष चौधरी को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी.
बता दें कि यूपी में 28 नवंबर को UP TET परीक्षा आयोजित की गई थी. लेकिन इसका पेपर लीक हो गया था. ऐसे में परीक्षा रद्द कर दी गई थी. इस मामले में यूपी एसटीएफ जांच कर रही है. अब तक इस मामले में 30 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इसी बीच खबर है कि उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा अब जनवरी 2022 में आयोजित की जानी है. परीक्षा के लिए संभावित डेट्स शासन को भेजी जा चुकी हैं. परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने शासन को 20 से 25 जनवरी के बीच परीक्षा कराने का प्रस्ताव भेजा है. इसमें 23 जनवरी को रविवार है.
ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि परीक्षा 23 जनवरी 2022 को आयोजित की जा सकती है. इसके साथ ही 28 नवंबर को हुई परीक्षा के एग्जाम सेंटर्स का दोबारा परीक्षण कराने के भी निर्देश दिए गए हैं.