उत्तर प्रदेश के अयोध्या में महिला बैंक ऑफिसर सुसाइड केस में पुलिस अब तक खाली हाथ है. मुख्य आरोपी विवेक गुप्ता से जहां पुलिस बीते 24 घंटों से पूछताछ कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ नामजद हुए आईपीएस आशीष तिवारी भी पुलिस अफसरों को बयान दे रहे हैं कि उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है. फिलहाल पुलिस मृतका की कॉल डिटेल भी खंगाल रही है जिससे तय हो पाएगा की आत्महत्या के लिए प्रताड़ित करने में कौन-कौन लोग शामिल थे.
मिस्ट्री बना श्रद्धा गुप्ता सुसाइड केस
अयोध्या पुलिस के लिए पंजाब नेशनल बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय में स्केल 1 अफसर श्रद्धा गुप्ता सुसाइड केस एक मिस्ट्री बनता जा रहा है. बीते 24 घंटों की जांच के बाद भी अयोध्या पुलिस यह तय नहीं कर पा रही कि आखिर श्रद्धा गुप्ता को उसका पूर्व मंगेतर कैसे परेशान कर रहा था. साथ ही डेढ़ साल पहले अयोध्या के एसएसपी रहे आइपीए आशीष तिवारी का इससे क्या कनेक्शन है. श्रद्धा गुप्ता ने अपने सुसाइड नोट में पूर्व मंगेतर विवेक गुप्ता के साथ-साथ आईपीएस आशीष तिवारी और फैजाबाद पुलिस के अनिल रावत को अपनी आत्महत्या के लिए जिम्मेदार बताया है.
सुसाइड नोट में आईपीएस अधिकारी का नाम
शनिवार रात ही पुलिस ने विवेक गुप्ता को लखनऊ से हिरासत में ले लिया और पूछताछ शुरू कर दी. 24 घंटे से ज्यादा का वक्त बीत चुका है, विवेक गुप्ता से पूछताछ की जा रही है. वहीं दूसरी तरफ अनिल रावत के नाम पर पुलिस को ट्राफिक लाइन में तैनात एक अधेड़ उम्र का पुलिसकर्मी मिला है. पुलिस अफसरों का कहना है कि उसका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं लगता. इस पूरे सुसाइड केस में जो सबसे बड़ा नाम चर्चा में आया वह है आईपीएस आशीष तिवारी. डेढ़ साल पहले अयोध्या एसएसपी रहे आईपीएस आशीष तिवारी वर्तमान में लखनऊ की स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स यानी एसएसएफ के एसपी हैं. श्रद्धा गुप्ता ने भी अपने सुसाइड नोट में आशीष तिवारी के नाम के आगे एसएसएफ हेड लखनऊ ही लिखा था.
किसी श्रद्धा गुप्ता को नहीं जानता: IPS आशीष तिवारी
मिली जानकारी के अनुसार अयोध्या एसएसपी और आईजी रेंज ने आशीष तिवारी से फोन पर बातचीत की है पुलिस अफसरों को दिए बयान में आशीष तिवारी ने साफ कहा है कि उसका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है. वह किसी श्रद्धा गुप्ता को नहीं जानता. उन्होंने कहा- कई लोग मिलने आते हैं हो सकता है कभी विवेक गुप्ता मिलने आया हो लेकिन उसका याद नहीं है. श्रद्धा गुप्ता कs सुसाइड नोट में विवेक गुप्ता के अलावा 2 पुलिसकर्मियों के नाम थे. एक नाम का पुलिसकर्मी ढूंढे नहीं मिल रहा जबकि दूसरे पुलिस अफसर की अब तक कोई कनेक्शन सामने नहीं आ पाया है, ऐसे में पुलिस को शक है कि हो सकता है विवेक गुप्ता श्रद्धा को इंप्रेस करने के लिएआशीष तिवारी के नाम का दुरुपयोग कर रहा हो. लेकिन इसके लिए पुलिस ने श्रद्धा के कॉल डिटेल को खंगालना शुरू कर दिया है वहीं उसके दो मोबाइल की डिटेल भी साइबर सेल से निकलवाई जा रही है.
श्रद्धा के कमरे से दो डायरियां
पुलिस को श्रद्धा के कमरे से दो डायरियां भी बरामद हुईं जिसमें उसने विवेक से कैसे रिश्ते खराब हुए, कैसे वह दूसरी लड़कियों से उसके अपने रिश्ते को छुपाता रहा, पोल खुलने पर झूठ बोलता रहा जैसी बातें सिलसिलेवार तरीके से लिखी हैं. इतना ही नहीं डायरी के एक पन्ने में श्रद्धा ने साफ लिखा है कि विवेक गुप्ता से पूछताछ की जाएगी तो सब सच सामने आ जाएगा. फिलहाल पुलिस के लिए श्रद्धा गुप्ता सुसाइड केस अभी भी गले की फांस बना हुआ है. एक तरफ आईपीएस आशीष तिवारी का श्रद्धा गुप्ता सुसाइड केस से कनेक्शन नहीं ढूंढ पा रही, तो वहीं दूसरी तरफ विवेक गुप्ता भी पूछताछ में पुलिस को गोलमोल जवाब दे रहा है.