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पालघर मॉब लिंचिंग केसः ठाणे की अदालत ने 89 और लोगों की दी जमानत

पिछले साल महाराष्ट्र के पालघर में 16 अप्रैल को दो साधुओं और उनके ड्राइवर को घेरकर लोगों की भीड़ ने बर्बरतापूर्वक मार डाला. मुंबई से दो साधु अपनी गाड़ी में सूरत जा रहे थे, तभी पालघर के गढ़चिंचले गांव की भीड़ ने उन्हें बच्चा चोर समझ लिया.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कोर्ट ने जमानत के तौर पर 15 हजार जमा कराए
  • अप्रैल में महाराष्ट्र के पालघर में हुई थी मॉब लिचिंग
  • ड्राइवर समेत 2 साधुओं की पीटकर हत्या कर दी गई

पालघर मॉब लिंचिंग केस में महाराष्ट्र में ठाणे की एक अदालत ने मामले में गिरफ्तार 89 लोगों को जमानत दे दी है. हालांकि इनसे जमानत के तौर पर 15,000 रुपये जमा कराए गए हैं. कोर्ट की ओर से इन 89 लोगों को इस आधार पर जमानत दी गई कि वे घटना के समय बस मौके पर मौजूद थे.

पिछले महीने 24 दिसंबर को महाराष्ट्र के क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CID) के अधिकारियों ने बताया कि पालघर केस में 19 और लोगों को गिरफ्तार किया गया. बाद में उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. केस के संबंध में 4 नाबालिगों को हिरासत में लिया गया था.

अब तक इस केस के संबंध में 248 लोगों को गिरफ्तार किया गया था जिसमें 105 लोगों को जमानत दी जा चुकी है.

पिछले साल महाराष्ट्र के पालघर में 16 अप्रैल को दो साधुओं और उनके ड्राइवर को घेरकर लोगों की भीड़ ने बर्बरतापूर्वक मार डाला. मुंबई से दो साधु अपनी गाड़ी में सूरत जा रहे थे, तभी पालघर के गढ़चिंचले गांव की भीड़ ने उन्हें बच्चा चोर समझ लिया.

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बच्चा चोरी के शक में भीड़ ने साधुओं के साथ-साथ उनके ड्राइवर को भी पीट-पीट कर मार डाला. 70 साल के साधु कल्पवृक्ष गिरी और 35 साल के साधु सुशील गिरी तथा उनके ड्राइवर नीलेश तेलगाडे की हत्या कर दी गई थी. इस वारदात के बाद जमकर राजनीति भी हुई. पुलिस ने इस सिलसिले में सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया. 

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