गाजा पट्टी लगातार इजरायली हमलों की आग में झुलस रही है. हालात इतने भयावह हो चुके हैं कि मौत अब हर रोज की हकीकत बन गई है. ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 51 फिलिस्तीनी मारे गए, जबकि 369 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. इनमें कई लोग ऐसे भी थे, जो केवल मानवीय मदद लेने के लिए पहुंचे थे.
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, अक्टूबर 2023 से जारी इस संघर्ष में अब तक 61 हजार 827 फिलिस्तीनी अपनी जान गंवा चुके हैं. इतना ही नहीं 1 लाख 55 हजार 275 लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं. लगातार हो रही बमबारी और गोलाबारी ने गाजा को मलबे में बदल दिया है. ऊंची इमारतें अब सिर्फ खंडहर के ढेर में बदल चुकी हैं.
यह भी पढ़ें: 'शर्मनाक आपकी गलतबयानी, हमने हमास आतंकी मारे हैं...', गाजा पर प्रियंका गांधी के पोस्ट पर इजरायल का जवाब
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने खुलासा किया कि मई से अब तक 1760 लोग मानवीय सहायता पाने की कोशिश में ही मारे गए. यह संख्या अगस्त की शुरुआत में जारी किए गए आंकड़ों से कहीं अधिक है. गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 27 मई के बाद से अकेले 1898 लोगों की मौत मदद मांगते हुए हुई है. हजारों लोग घायल हुए हैं.
स्कूल पर हमला, मातम में बदली जिंदगी
गाजा सिटी से आईं तस्वीरें दिल दहला देने वाली हैं. शुक्रवार शाम इजरायली हमले का निशाना एक ऐसा स्कूल बना, जहां विस्थापित परिवार शरण ले रहे थे. इस हमले में बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे मारे गए. स्कूल परिसर में चीख-पुकार मच गई. हर तरह फैले मातम के मंजर ने लोगों का दिल अंदर तक झकझोर दिया.
भूख से जंग, राहत सामग्री भी नाकाफी
गाजा में मौत सिर्फ गोलियों और बमों से नहीं हो रही है, बल्कि भूख भी अब जान लेने लगी है. सूप किचन के बाहर बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की लंबी कतारें देखी जा सकती हैं. हर किसी को एक वक्त का भोजन तक नहीं मिल पा रहा. आसमान से विमानों के जरिए राहत सामग्री गिराई जा रही है, लेकिन ये मदद नाकाफी है.
यह भी पढ़ें: UN में आमने-सामने इजरायल और फिलिस्तीन, नेतन्याहू बोले- गाजा पर कब्जा करना मकसद नहीं!
कुपोषण ने छीनी मासूमों की जिंदगी
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने 14 अगस्त को बताया कि अब तक भूख और कुपोषण से 239 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 106 मासूम बच्चे शामिल हैं. इस बीच, इजरायल डिफेंस फोर्सेज ने दावा किया कि उसने उत्तरी गाजा के बेत हनून इलाके में हमास की एक बड़ी सुरंग को ब्लॉक कर दिया. 2.4 किमी लंबी कई भूमिगत संरचनाओं को तबाह कर दिया.
गाजा की चीखें गूंज रहीं दुनिया भर में
आईडीएफ का कहना है कि उसके ऑपरेशन में हाल ही में खान यूनिस इलाके में हमास के वरिष्ठ कमांडर नासिर मूसा मारा गया. लेकिन जमीन पर मंजर पूरी तरह अलग है. लोग बेघर, भूखे और टूटे हुए हैं. मातम और चीखों की गूंज अब गाजा से निकलकर पूरी दुनिया में सुनाई दे रही है. दुनिया के कई देश मदद करना चाह रहे हैं, लेकिन सभी खाली हाथ हैं.