दिल्ली के अमन विहार थाने की पुलिस उस वक्त सकते में आ गई जब शुक्रवार रात साढ़े 11 बजे एक शख्स जिसके कपड़ों पर खून के निशान थे वो हाथ में तमंचा लिए सीधे थाने के ड्यूटी ऑफिसर के पास पहुंचा और बोला कि उसने अपने बिजनेस पार्टनर को गोली मारकर घायल कर दिया है. अब वह सरेंडर करने आया है.
डीसीपी रोहिणी प्रणव तायल ने बताया कि 20 अगस्त की रात करीब 11.30 बजे रोहिणी जिले के अमन विहार थाने में 36 साल का एक शख्स जिसने अपना नाम मनीष कुमार बताया, उसने थाने आकर खुद सरेंडर किया और कहा कि उसने सुल्तानपुरी के रहने वाले भरत लाल साहू नाम के एक शख्स को गोली मारकर घायल कर दिया है.
जब मनीष थाने पहुंचा था तो उसके हाथ में एक पिस्टल थी और कपड़ों पर खून के निशान थे. अभी पुलिस मनीष के बयान दर्ज ही कर रही थी और लोकेशन की पूछताछ कर रही थी कि तभी 2 पीसीआर कॉल की जानकारी मिली.
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पीसीआर काल मे एक शख्स ने बताया कि उसके भाई को सुल्तानपुरी में किसी ने गोली मार दी है, जिसे अग्रसेन अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
पीड़ित की हालत खतरे से बाहर
पुलिस की एक टीम तुरंत हॉस्पिटल पहुंची तो पता लगा कि पीड़ित की हालत खतरे से बाहर है, गोली उसके गाल के पास लगी थी. जिसके बाद डॉक्टरों द्वारा परमिशन मिलने पुलिस ने पीड़ित का बयान दर्ज कर लिया.
पीड़ित के बयान के मुताबिक वह सुल्तानपुरी के पास बनी एक पार्किंग में अपनी कार पार्क किया करता है. वारदात से पहले पार्किंग के केयर टेकर सलमान ने उसे फोन करके आने को कहा. पीड़ित भरत लाल ने पुलिस को बताया कि जब वो वहां पहुंचा तभी पीछे से किसी ने उसे गोली मार दी. जब उसने पलट कर देखा तो वो मनीष था. इसके बाद सलमान ने उसे पकड़ लिया, लेकिन वो बच कर भाग निकला.
जांच के दौरान अब तक पता लगा है कि भरत लाल और मनीष दोनों 6 साल पहले साथ प्रॉपर्टी का काम करते थे. फिर दोनों के बीच मतभेद हो गया और फिर दोनों अलग-अलग काम करने लगे, लेकिन मनीष को लगता था कि भरत लाल ग्राहकों को फुसला रहा है और अपनी तरफ कर रहा है. मनीष को लगने लगा कि इसी वजह से उसे काफी नुकसान हुआ और इसी का बदला लेने के लिए उसने भरत लाल पर गोली चलाई थी.