मध्य प्रदेश में ग्वालियर की नाबालिग छात्रा को पिता की दुकान में काम करने वाले एक नौकर ने ही अपनी हवस का शिकार बना लिया. परेशान होकर छात्रा ने अपना घर छोड़ दिया. हैवानियत को अंजाम देने वाला आरोपी छात्रा को उसके पिता को मारने की धमकी देता था. इस सबसे परेशान होकर वह दतिया चली गई.
नाबालिग बच्ची दतिया पुलिस को एक मंदिर के पास पड़ी मिली. उसके बाद पुलिस ने वन स्टॉप सेंटर पहुंचाया. जहां काउंसलिंग के बाद छात्रा ने अपने साथ हुई घटना की पूरी जानकारी दी. ग्वालियर पुलिस ने दुष्कर्म और पॉस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
नाबालिग ने पुलिस को बताया कि महाराजपुरा थाना क्षेत्र के दीनदयाल नगर की रहने वाली है. उसके पिता मिठाई की दुकान चलाने वाले व्यापारी हैं. 14 वर्षीय नाबालिग बच्ची दसवीं की छात्रा है. उसने बताया कि पिता की दुकान पर काम करने वाला नौकर सुनील ने उसे अपनी हवस का शिकार बनाया. विरोध करने पर पिता को जान से मारने की धमकी देता था.
इसके बाद लंबे समय से परेशान हो रही छात्रा ने अपना घर छोड़ दिया और बस में बैठकर 14 फरवरी को दतिया पहुंची. जहां एक मंदिर पर पुलिस को बदहवास हालत में मिली. इसके बाद दतिया पुलिस ने तत्काल वन स्टॉप सेंटर संस्था से संपर्क किया. इसके बाद उनके परिवार को बच्ची सौंपी गई. पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने बताया कि काउंसलिंग के बाद नाबालिग छात्रा ने हैवानियत की शिकार हुए घटनाक्रम के बारे में बताया. ग्वालियर पुलिस ने पीड़िता के बयान पर आरोपी को गिरफ्तार कर दुष्कर्म पर पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जेल भेज दिया है.
और पढ़ें