झारखंड की राजधानी रांची आकर गर्म कपड़ों समेत कंबल का व्यापार करने वाले कश्मीरी युवक नाराज और आक्रोशित हैं. उनका आरोप है कि उनके साथ लोग मारपीट कर रहे हैं. दरसल रांची के डोरंडा थाना क्षेत्र में एक रिक्शा के पार्किंग को लेकर स्थानीय और कश्मीरी युवकों के बीच झगड़ा हुआ और फिर कश्मीरी युवकों के साथ मारपीट की गई. रिक्शा से कश्मीरी युवक अपना ऊनी सामान लेकर फेरी लगाते हैं.
15 दिनों के अंतराल में दूसरी बार कश्मीरी युवकों से मारपीट की गई. इसके पहले भी 11 नवंबर को भी ऐसा ही मामला सामने आया था. कश्मीरी युवकों ने डोरंडा थाने में पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है. शिकायत दर्ज करने के बाद डोरंडा थाने की पुलिस तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. वहीं कश्मीरी युवकों से मारपीट का विरोध करते हुए कई लोग डोरंडा थाना पहुंचे हैं. अन्य आरोपी युवकों को भी गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे.
डोरंडा थाना पुलिस के अनुसार, मामले की फिलहाल जांच की जा रही है. जल्द ही मामले की सही जानकारी हासिल कर ली जाएगी. जिन कश्मीरी युवकों से मारपीट की गई है, उनके नाम तनवीर अहमद शाह, रियाज अहमद वाणी, बुरहान और गुलान नबी है. इनका आरोप है कि कडरु पुल के पास करीब बीस बदमाशों ने हमला किया और सारा सामान लेकर फरार हो गए थे.
असामाजिक तत्वों की सूची बनाई जा रही है: डीएसपी सदर
डीएसपी सदर प्रभात रंजन ने कहा कि थाना स्तर पर सभी कश्मीरी युवकों की लिस्ट बनायी जाएगी. उस लिस्ट को संबंधित थाना प्रभारी को दिया जाएगा. डीएसपी ने बताया कि शहर में कुछ ऐसे असामाजिक तत्व हैं, जो कानून व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं. पुलिस और प्रशासन की टीम ऐसे असामाजिक तत्वों से निपटने में पूरी तरह से सक्षम है.
उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. पुलिस अन्य अपराधियों की तलाश में जुट गई है. पुलिस सभी अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजेगी. इस प्रकार की घटना आगे न हो, इसके लिए पुलिस और प्रशासन की टीम काम करेगी. लोगों में आपसी सौहार्द्र कायम रहेगा. असामाजिक तत्वों के खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी.
11 नवंबर को भी की गई थी मारपीट
11 नवंबर को डोरंडा थाना क्षेत्र के हाथीखाना पत्थर रोड पर बदमाशों ने हथियार के बल पर चार कश्मीरी युवकों के साथ मारपीट की थी. करीब 10 मिनट तक युवकों को रोके रखा. सरेराह इस प्रकार की घटना को देखकर काफी राहगीर जुट गए. बाद में स्थानीय लोगों ने बीच बचाव कर मामला शांत कराया था. पीड़ित युवक बिलाल अहमद, सब्बीर अहमद, वसीम अहमद व एक अन्य मूल रूप से कश्मीर के रहने वाले हैं.