Mangaluru Bantwal Abdul Rehman Murder Case: कर्नाटक के मंगलुरु में 32 वर्षीय अब्दुल रहमान की हत्या के बाद तनाव बढ़ता जा रहा है. इस हत्याकांड ने राज्य की सियासत को गर्मा दिया है. इस बीच मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा है कि उन्होंने पुलिस को मामले की गहन जांच करने और दोषियों को पकड़ने का निर्देश दिया है.
पीड़ित अब्दुल रहमान और उनके 29 वर्षीय सहकर्मी कलंदर शफी मंगलवार को बंटवाल कस्बे में बजरी उतार रहे थे, तभी मोटरसाइकिल सवार दो युवकों ने उन पर तलवार से जानलेवा हमला कर दिया. इस हमले में जहां रहमान की मौत हो गई, वहीं शफी गंभीर रूप से घायल हो गया. जिसका इलाज चल रहा है.
असल में रहमान की हत्या सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील दक्षिण कन्नड़ जिले में 1 मई को हिंदू कार्यकर्ता सुहास शेट्टी की हत्या के तुरंत बाद हुई है. हालांकि, पुलिस की जांच रिपोर्ट अभी तक सामने नहीं आई है, लेकिन इस ताजा हत्याकांड को जिले में सांप्रदायिक चश्मे से देखा जा रहा है.
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मंगलवार देर रात बेंगलुरु में संवाददाताओं से कहा, 'मुझे मंगलुरु के बंटवाल में हुई हत्या के बारे में पता चला. मैंने पुलिस से कहा है कि आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए.' घटना के बाद जिले में तनाव को देखते हुए 30 मई की शाम तक निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटना के बाद निजी बसों पर छिटपुट पत्थरबाजी हुई, खासकर सुरथकल में जहां कम से कम दो वाहन क्षतिग्रस्त हो गए. अब्दुल रहमान के पार्थिव शरीर को कोलाथमजालु में उनके निवास से कब्रिस्तान तक जुलूस के रूप में ले जाया गया, जिसमें भारी भीड़ जुटी.
तनावपूर्ण स्थिति के मद्देनजर गुरुपुरा, कैकंबा, बाजपे और आसपास के इलाकों सहित कई इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, ताकि हिंसा को बढ़ने से रोका जा सके. पुलिस ने बंटवाल ग्रामीण पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया है.
पुलिस सूत्रों ने पुष्टि की है कि मामले में दीपक, सुमित और 13 अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया है. कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है और गश्त बढ़ा दी गई है.
जिला पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उडुपी और चिकमगलुरु से पुलिस बलों को बुलाकर दक्षिण कन्नड़ में तैनात किया गया है. इस हत्याकांड के बाद से व्यापक आक्रोश फैल गया है, खासकर सोशल मीडिया पर. जहां कई लोगों ने दावा किया है कि यह सुहास शेट्टी की हत्या का बदला लेने के लिए किया गया कृत्य है.
जिला अधिकारियों ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 लागू कर दी है, जिसके तहत बंटवाल, पुत्तूर, बेलथांगडी, सुलिया और कडाबा तालुकों में 30 मई को शाम 6 बजे तक बड़े समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
मंगलुरु सिटी कमिश्नरेट क्षेत्राधिकार के तहत मंगलुरु तालुक में एक अलग निषेधाज्ञा भी जारी की गई है. समुदाय के नेताओं ने आरोप लगाया है कि रहीम की हत्या पूर्व नियोजित थी और नफरत भरे भाषणों से प्रेरित थी. दोनों पक्षों की ओर से न्याय की मांग तेज होने के कारण अधिकारी हाई अलर्ट पर हैं.
जिले के पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों ने नागरिकों से जांच जारी रहने तक शांति बनाए रखने का आग्रह किया है. दक्षिण कन्नड़ के संवेदनशील क्षेत्रों में भारी पुलिस तैनाती जारी है और आवाजाही पर नजर रखने, अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए पुलिस चौकियां स्थापित की गई हैं.