जम्मू पुलिस की क्राइम ब्रांच ने साल 2025 में आर्थिक अपराधों के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए नया रिकॉर्ड कायम किया है. पुलिस ने गंभीर और जटिल आर्थिक अपराधों से जुड़े 67 मामले दर्ज किए, जो पिछले 25 वर्षों में सबसे ज्यादा हैं. इस उपलब्धि को अपनी बड़ी कामयाबी करार दिया है. इस दौरान कुल 1186 शिकायतों को सुलझाया गया है.
क्राइम ब्रांच के मुताबिक, इस साल के दौरान इकोनॉमिक ऑफेंस विंग ने रिकॉर्ड संख्या में मामलों का सफल निपटारा किया. चार्जशीट किए गए मामलों की कुल मॉनेटरी वैल्यू करीब 20 करोड़ रुपए रही. जांच एजेंसी ने अलग-अलग FIR में शामिल 22 आरोपियों को जम्मू-कश्मीर के भीतर और बाहर से गिरफ्तार किया.
इन मामलों की जांच के लिए बारीकी से छानबीन, डॉक्यूमेंट्री और डिजिटल सबूतों का गहन विश्लेषण किया गया. इसके साथ ही सरकारी विभागों, बैंकों और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस के साथ लगातार समन्वय रखा गया. जम्मू विंग ने जमीन धोखाधड़ी, हाई प्रोफाइल मामलों, फर्जी पहचान, धोखाधड़ी की घटनाओं, वीजा फ्रॉड के दुरुपयोग जैसे मामलों की जांच की है.
इस दौरान खास तौर पर जम्मू जोन में चल रही गैर-कानूनी जॉब कंसल्टेंसी पर फोकस किया गया. साल 2025 के दौरान सिस्टमैटिक आर्थिक अपराधों में शामिल लैंड ब्रोकर, आदतन अपराधियों और प्रोफेशनल धोखेबाजों के संगठित नेटवर्क की पहचान कर उनके खिलाफ केस दर्ज किए गए. पुलिस का कहना है कि इससे अपराधियों को कड़ा संदेश गया है.
इसके अलावा अलग-अलग जिलों में बने EOW जम्मू के फोटो सेक्शन ने भी अहम भूमिका निभाई. जम्मू जोन के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में दर्ज मामलों से जुड़े 3599 क्राइम सीन की प्रभावी फोटोग्राफिक कवरेज की गई, जिसे जांच प्रक्रिया के लिए बेहद अहम माना गया. इस तरह साल 2025 में की गई कार्रवाई क्राइम ब्रांच के लिए एक उपलब्धि है.